वीरमाता जीजाबाई भौंसले बोटेनिकल गार्ड एवं जू (बायकुला जू) प्राधिकरण ने देश के कई चिडि़याघरों से संपर्क किया। इसके बावजूद कोई भी मुंबई के पेंगुइनों को लेने को तैयार नहीं है। इस बीच, जू प्राधिकरण सात एकड़ भूमि पर चिडि़याघर का विस्तार करने की योजना बना रहा है। इसके लिए प्राधिकरण 300 करोड़ रुपये की निविदाएं आमंत्रित करेगा।
बायकुला जू के निदेशक डा. संजय त्रिपाठी ने बताया कि हम पहले ही सक्करबाग एवं जामनगर जू को पेंग्विनों को लेने के लिए प्रस्ताव भेज चुके हैं। हालांकि अब तक उनका कोई जवाब नहीं मिला। बायकुला जू में 2017 में आठ पेंगुइन आए थे और अब 18 हैं। यहां पेंगुइनों के लिए 1800 वर्ग फुट का घेरा है।
अक्टूबर 2023 में ब्रह्नमुंबई नगर पालिका (बीएमसी) ने पेंगुइन को देने के लिए चिडि़याघरों को एक प्रस्ताव भेजा था। हालांकि अब तक कोई तैयार नहीं हुआ।वहीं अब बीएमसी बायकुला जू के विस्तार पर काम कर रहा है। बीएमसी आसपास की तकरीबन सात एकड़ भूमि चिडि़याघर में और शामिल करेगा। इ
स भूमि में बीएमसी चिडि़याघर को विकसित करेगा, जो दुनिया के अधिकांश महाद्वीपों का प्रतिनिधित्व करेगा। सलाहकार की नियुक्ति की जा चुकी है। इसके निर्माण में तीन साल लगेंगे और इसके बाद हम अधिकांश महाद्वीपों से जानवर लाना शुरू करेंगे। वर्तमान में बायकुला जू में 388 जानवर, पक्षी और सरीसृप है। इनमें बाघ, तेंदुआ, हाइना, मगरमच्छ और कई प्रकार के हिरण, बंदर भी शामिल हैं।