कांग्रेस ने पंजाब की 13 में से 12 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान कर दिया है। अब केवल फिरोजपुर सीट पर उम्मीदवार के नाम पर संशय बाकी है।
पंजाब में अब तक आम आदमी पार्टी व शिरोमणि अकाली दल ने सभी 13 और भारतीय जनता पार्टी ने 9 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। इन पार्टियों ने अपनी सभी सीटों पर ज्यादातर बड़े नाम व सीनियर नेताओं को मौका दिया है। आम आदमी पार्टी ने पांच मंत्रियों तक पर दांव खेला है।
विरोधियों को टक्कर देने के लिए कांग्रेस भी कोई कसर नहीं छोड़नी चाहती है। पार्टी की तरफ से अब तक जारी उम्मीदवारों की सूची से ही इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। सोमवार को कांग्रेस ने अपनी तीसरी सूची जारी की, जिसके साथ ही पार्टी ने अब तक 12 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इस सूची में पार्टी प्रधान, सांसदों, विधायकों, पूर्व सीएम, डिप्टी सीएम व मंत्री तक को चुनाव मैदान में उतारा गया है।
पंजाब कांग्रेस प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग राजा वड़िंग खुद चुनाव मैदान में उतर गए हैं। वह लुधियाना लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। वड़िंग गिद्दड़बाहा से विधायक हैं और प्रदेश में कांग्रेस सरकार के समय 20 सितंबर 2021 से 11 मार्च 2022 तक परिवहन मंत्री रह चुके हैं। वह भारतीय युवा कांग्रेस से प्रधान के पद पर भी रहे। लुधियाना से उनका मुकाबला कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए रवनीत सिंह बिट्टू, शिअद प्रत्याशी रणजीत सिंह, आप के अशोक पप्पी पराशर, शिअद अमृतसर से अमृतपाल सिंह व बसपा प्रत्याशी दविंदर सिंह रामगढि़या से होगा।
इसी तरह गुरदासपुर से कांग्रेस ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा को टिकट दी है। रंधावा डेरा बाबा नानक से विधायक हैं और साथ ही ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में राजस्थान के लिए महासचिव के पद पर भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। उनके पिता संतोख सिंह वरिष्ठ कांग्रेसी नेता थे, जो दो बार पंजाब कांग्रेस के प्रमुख रहे।
गुरदासपुर में रंधावा का मुकाबला भाजपा के दिनेश बब्बू, आम आदमी पार्टी के अमनशेर कलसी, शिअद प्रत्याशी दलजीत सिंह चीमा व बसपा के राजकुमार से होगा।
इसी तरह पार्टी ने आनंदपुर साहिब से विजय इंदर सिंगला को अपना प्रत्याशी बनाया है। सिंगला पंजाब सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं, उनके पास प्रशासनिक सुधार एवं लोक निर्माण विभाग था। वह 2009 से 2014 तक पंजाब के संगरूर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के सांसद थे। 2014 में वह संगरूर से भगवंत मान से 3,51,827 वोटों के अंतर से लोकसभा चुनाव हार गए थे। उन्होंने पंजाब यूथ कांग्रेस से महासचिव के पद से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी और बाद में वह उपाध्यक्ष के पद पर भी रहे। आनंदपुर साहिब में सिंगला के सामने आप से मलविंदर सिंह कंग, शिअद से प्रेम सिंह चंदूमाजरा, शिअद अमृतसर के इंजीनियर कुशलपाल सिंह मान मैदान में हैं। इस सीट पर भाजपा व बसपा ने अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।
खडूर साहिब सीट पर भी दिलचस्प हुआ मुकाबला
खडूर साहिब सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला हो गया है, क्योंकि यहां पर सभी सिख चेहरे चुनाव मैदान में उतर गए हैं। यहां पर कांग्रेस ने पूर्व विधायक कुलवीर सिंह जीरा को अपना प्रत्याशी बनाया है, जो वर्ष 2017 चुनाव में जीरा विधानसभा क्षेत्र से ही विधायक चुने गए थे। जीरा का मुकाबला शिअद के विरसा सिंह वल्टोहा, भाजपा प्रत्यााशी मनजीत मन्ना मियाविंड व आप के लालजीत भूल्लर से होगा। बसपा ने फिलहाल इस सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। वहीं शिअद अमृतसर ने यहां पर अपना उम्मीदवार न उतार कर वारिश पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह को समर्थन देने का फैसला लिया है।
दो हिंदू चेहरे उतारे मैदान में
कांग्रेस ने चुनाव में 9 सिख चेहरों पर भरोसा जताया है और साथ ही दो हिंदू चेहरे भी चुनाव मैदान में उतारे हैं। पटियाला से पार्टी धर्मवीर गांधी और आनंदपुर साहिब से विजय इंदर सिंगला शामिल हैं।
पार्टी की तरफ से घोषित सभी उम्मीदवारों को बधाई। लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत के साथ लड़ेंगे और पार्टी की जीत सुनिश्चित करेंगे। पार्टी ने लुधियाना से नई लड़ाई की जिम्मेदारी सौंपी है, जो दलबदलूओं के खिलाफ है। –अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, प्रधान, पंजाब कांग्रेस।