कांग्रेस ने हरियाणा में लोकसभा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में आठ नाम शामिल हैं। कांग्रेस ने करनाल सीट पर पूर्व सीएम के सामने पंजाबी युवा चेहरा दिव्यांशु बुद्धिराजा को उतारा है।
लंबी खींचतान के बाद कांग्रेस ने आखिरकार गुरुवार देर शाम को करनाल समेत आठ लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी घोषित कर दिए। करनाल लोकसभा सीट पर कांग्रेस के टिकट में बड़ा बदलाव देखने को मिला। यहां पर 31 वर्ष के दिव्यांशु बुद्धिराजा को भाजपा के दिग्गज एवं दो बार मुख्यमंत्री रह चुके मनोहर लाल के सामने उतारा है।
बुद्धिराजा राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा व वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के नजदीकी बताए जा रहे हैं। कांग्रेस ने करनाल लोकसभा पर दिव्यांशी बुद्धिराजा को उम्मीदवार उतार कर पंजाबी कार्ड खेल कर भी अपनी मजबूती दिखाने की कोशिश की है।
विदित है कि लोकसभा के चुनाव 25 मई को हैं। भाजपा प्रदेश की सभी 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है। करनाल लोकसभा से पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पिछले दिनों उम्मीदवार घोषित किया था। इससे पहले उनसे मुख्यमंत्री का इस्तीफा लिया था। इसके बाद हर किसी की नजर कांग्रेस के प्रत्याशी पर टिकी हुई थी।
कांग्रेस के टिकट पर कभी वीरेंद्र राठौर तो कभी पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के सुपुत्र चाणक्य पंडित का नाम प्रमुखता से रखा जा रहा था। इन सब के बीच दो दिन पहले एनसीपी के नेता वीरेंद्र मराठा का नाम भी सामने आया था। पानीपत से बड़ा पंजाबी चेहरा वरिंदर शाह का नाम भी कई बार चर्चाओं में चला। गुरुवार को कांग्रेस की सूची में सभी अटकलें और प्रयास धरे रह गए। यहां से दिव्यांशु बुद्धिराजा को उम्मीदवार घोषित किया गया है।
युवाओं की उठा चुके हैं आवाज
दिव्यांशु बुद्धिराजा युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। वे एनएसयूआई के नेता भी रह चुके हैं और पंजाब यूनिवर्सिटी के प्रधान रह चुके हैं। करनाल के सेक्टर 4 में रहते हैं। वह पिछले लंबे समय से युवाओं को लेकर लगातार सक्रिय थे। उन्होंने युवाओं को रोजगार उनके प्रदेश छोड़कर विदेश में जाने समेत प्रदेश में आयोजित प्रतियोगी परीक्षा को लेकर लगातार आवाज उठाई। उन्होंने पिछले दिनों इसको लेकर न्याय यात्रा भी निकाली थी। उस समय किसी को भी एहसास नहीं था कि दिव्यांशु बुद्धिराजा कांग्रेस के करनाल लोकसभा प्रत्याशी भी हो सकते हैं। युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन कुंडू ने बताया कि कांग्रेस ने युवाओं पर भरोसा किया है और वह लोकसभा चुनाव में कुछ अलग कर दिखाएंगे।
यह रहेगी चुनौती
दिव्यांशु बुद्धिराजा के सामने सबसे बड़ी चुनौती भाजपा के मजबूत प्रत्याशी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल होंगे। मनोहर लाल पानीपत समेत करनाल की सभी नौ विधानसभाओं में दो बार जनसभा कर चुके हैं। इसके अलावा पार्टी के कार्यकर्ता विधानसभा और बूथ स्तर पर लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं। बुद्धिराजा को चुनाव प्रचार के लिए 30 दिन ही मिले हैं। उनको इन 30 दिनों में सभी 9 विधानसभाओं में पहुंचना होगा।
भितराघात का भी करना पड़ सकता है सामना
करनाल लोकसभा से टिकट के सबसे बड़े दावेदार वीरेंद्र राठौर सबसे आगे थे, वहीं ब्राह्मणों में पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के सुपुत्र चाणक्य पंडित टिकट के मजबूत दावेदार थे। वे दोनों लोकसभा क्षेत्र में लगातार जनसंपर्क भी कर रहे थे। इनके बीच अब वीरेंद्र मराठा भी आ गए थे। वीरेंद्र मराठा ने टिकट के लिए काफी प्रयास किया। वे अब इनेलो के भी संपर्क में थे। इनेलो नेता भी उनका समर्थन देने की तैयारी में थे।
करनाल से कांग्रेस ने युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष, एनएसयूआई के नेता और पंजाब यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रधान दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट दिया है। 31 वर्ष साल के दिव्यांशु बुद्धिराजा करनाल के रहने वाले हैं। टिकट का आधार दीपेंद्र हुड्डा, राहुल गांधी के नजदीकी होना माना जा रहा है। वह बीजेपी प्रत्याशी मनोहर लाल के खिलाफ खुलकर बोलते हैं। दिव्यांशु बुद्धिराजा युवा पंजाबी चेहरा है। उनके सामने भाजपा के दो बार मुख्यमंत्री रह चुके मनोहर लाल बड़ी चुनौती होंगे।