प्रयागराज में बीएसएनएल के ट्रांसमिशन लाइन में आग लगने से पांच जिलों के नौ लाख मोबाइल फोन 11 घंटे डेड पड़े रहे। ब्राडबैंड नेटवर्क भी ठप रहा। कार्यालय की आग स्टोर तक पहुंचने से लाखों का नुकसान हुआ है।
प्रयागराज के सिविल लाइन स्थित बीएसएनएल के महाप्रबंधक कार्यालय में ट्रांसफॉर्मर की आग मंगलवार तड़के ट्रांसमिशन की मेन मीडिया लाइन के केबल तक पहुंच गई। आग से केबल जलकर राख हो गया। केबल जलने से प्रयागराज के अलावा कौशाम्बी, प्रतापगढ़, बांदा और चित्रकूट के सभी मोबाइल टॉवर निष्क्रिय हो गए।
टावर बंद होने से बीएसएनएल का नेटवर्क ध्वस्त हो गया और नौ लाख से अधिक मोबाइल खिलौना बन गए। साथ ही ब्राडबैंड की लाइनें भी ठप हो गईं। इससे बीएसएनएल की लीज लाइनों से जुड़े बैंक, डाकघर के अलावा सरकारी दफ्तरों के सर्वर बंद हो गए और कामकाज ठप हो गया। इससे लाखों का नुकसान हुआ।
महाप्रबंधक कार्यालय की ट्रांसमिशन लाइन के पास ट्रांसफॉर्मर में सुबह पांच बजे आग लग गई। तब कार्यालय परिसर में कोई मौजूद नहीं था। आग थोड़ी देर में स्टोर रूम तक फैल गई। धुएं का गुबार और लपटें देखकर लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
साढ़े पांच बजे के बाद पहुंचीं फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियों ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि बीएसएनएल ट्रांसमिशन का मेन केबल जलकर राख हो गया। बिल्डिंग के तीसरे तल पर मौजूद कार्यालय के कक्षों में भी काफी नुकसान हुआ।
सीएफओ आरके पांडेय ने बताया कि आग की सूचना सुबह 5:33 बजे मिली थी। ट्रांसमिशन की लाइन फुंक जाने से यहां से संचालित होने वाली सभी लाइनें ठप पड़ गईं। प्रयागराज, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, बांदा और चित्रकूट के करीब 1,457 मोबाइल टॉवर पूरी तरह से ठप पड़ गए। इसके साथ ही बीएसएनएल की ब्राडबैंड सेवा भी बंद हो गई। सुबह आठ बजे से ही मरम्मत शुरू की गई।
मरम्मत के बावजूद विभाग को मोबाइल नेटवर्क बहाल करने में करीब 11 घंटे लग गए। शाम करीब चार बजे मोबाइल नेटवर्क बहाल हुआ। जबकि, ब्राडबैंड सर्विस बहाल कराने के लिए देर रात तक मशक्कत चलती रही। एसडीओ आशीष गुप्ता ने बताया कि पहली कोशिश नेटवर्क को बहाल करने की है। इसके बाद आग से नुकसान का आकलन किया जाएगा।
हाईकोर्ट से इविवि तक प्रभावित
उधर, बीएसएनएल की सर्विस ठप हो जाने से इलाहाबाद हाईकोर्ट, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, कचहरी, बैंक, जिला कलक्ट्रेट समेत, डाक घर के अलावा सरकारी बैंकों और दफ्तरों के कामकाज प्रभावित रहे। अफसरों के सीयूजी नंबर बंद होने से पीड़ितों को काफी दिक्कतें हुईं।
बैंकों में लेनदेन प्रभावित
पांच जिलों के करीब नौ लाख बीएसएनएल उपभोक्ताओं के मोबाइल फोन खिलौना बने रहे। बैंकों में कनेक्टिविटी न आने से रुपयों का लेनदेन प्रभावित रहा। पुलिस महकमे समेत तमाम विभागों के अफसर और तहसील के अधिकारियों के सीयूजी नंबर भी दिनभर बंद रहे।
कार्यालय परिसर में आग किन वजहों से लगी इसके बारे में फिलहाल पता नहीं चल पाया है। इसकी जांच कराई जा रही है। जल्द ही संचार सेवा सामान्य होने की उम्मीद है। रमेश प्रसाद, महाप्रबंधक, बीएसएनएल।