झारखंड में कक्षा 10वीं की राज्य बोर्ड परीक्षाओं में इस साल उत्तीर्ण प्रतिशत में गिरावट आई है और शुक्रवार को 90.39 प्रतिशत छात्रों को सफल घोषित किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि पिछले साल 95.78 प्रतिशत छात्रों ने परीक्षा उत्तीर्ण की थी।
नतीजों की घोषणा करते हुए स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव उमा शंकर सिंह ने कहा, “उत्तीर्ण प्रतिशत में गिरावट के पीछे कई मुद्दे हैं। इस बार परीक्षा ओएमआर शीट पर नहीं ली गई और वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों की संख्या कम थी।”
सिंह ने कहा, “महत्वपूर्ण बात यह है कि इस वर्ष प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों की संख्या में वृद्धि हुई है।”
उन्होंने बताया कि लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 91 था, जबकि लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 89.70 था।
हज़ारीबाग के इंदिरा गांधी बालिका हाई स्कूल ने शीर्ष तीन स्थानों पर कब्ज़ा जमाया, जिसमें ज्योत्सना ज्योति 496 अंक प्राप्त कर टॉपर बनीं। उनके बाद सना संजुरी रहीं जिन्होंने 493 अंक हासिल किए और करिश्मा कुमारी और सृष्टि सोम्या ने 492 अंकों के साथ तीसरा स्थान हासिल किया।
झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) के अनुसार, कुल 2,05,110 छात्र प्रथम श्रेणी में, 1,53,733 द्वितीय श्रेणी में और 19,555 तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।
परीक्षा में कुल 4,18,623 छात्र उपस्थित हुए, जबकि 3,78,398 छात्र उत्तीर्ण हुए।
सिंह ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम, हज़ारीबाग और गिरिडीह उत्तीर्ण प्रतिशत के मामले में शीर्ष तीन जिले हैं, जबकि देवघर सबसे नीचे है।
उन्होंने कहा, “विभाग जल्द ही अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाले जिलों के लिए एक योजना शुरू करेगा। स्कूलों का विस्तृत अध्ययन किया जाएगा और परिणामों में सुधार के लिए कदम उठाए जाएंगे।”
उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद सरकार जेएसी, सीबीएसई और आईसीएसई के राज्य टॉपर्स को सम्मानित करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित करेगी।