बदायूं में मंगलवार शाम दो बच्चों की हत्या के बाद आरोपी साजिद को पुलिस ने देर रात मुठभेड़ में ढेर कर दिया। दूसरा आरोपी जावेद फरार है। उसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है। उधर, साजिद की मां ने कहा कि एनकाउंटर में बेटे के मरने की गम नहीं है। दुख इस बात का है कि साजिद ने मासूम बच्चों का कत्ल किया।
बदायूं में दो बच्चों की हत्या का आरोपी साजिद मुठभेड़ में मारा गया। साजिद ने मंगलवार शाम बाबा कॉलोनी निवासी ठेकेदार विनोद ठाकुर के दो बेटों आयुष (13) और अहान (6) की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी थी। उनके तीसरे बेटे पीयूष को भी चाकू मारकर घायल कर दिया था। पुलिस ने देर रात घटनास्थल से करीब दो किमी दूरी पर घेराबंदी कर मुठभेड़ में साजिद को ढेर कर दिया। उसका भाई जावेद फरार है। वह भी घटना के वक्त साजिद के साथ था।
बुधवार को पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंची साजिद की मां नाजिमा ने कहा कि एनकाउंटर में बेटे की मौत का गम हमें नहीं है। मासूम बच्चों की हत्या का दुख जरूर है। पुलिस ने साजिद के चाचा और पिता का हिरासत में लिया है। दोहरे हत्याकांड में नामजद जावेद का सुराग नहीं लगा है। उसकी तलाश एसओजी के साथ पुलिस की तीन टीमें जुटी हुई हैं।
मठभेड़ में साजिद को लगी थीं तीन गोलियां
पुलिस मुठभेड़ में मारे गए साजिद के शव का पोस्टमार्टम बुधवार को कराया गया। मुठभेड़ में साजिद को तीन गोलियां लगी थी। दो गोली उसके सीने में लगी हैं और एक गोली उसके पेट में साइड में लगी है।
मुख्य हत्यारोपी साजिद के पोस्टमार्टम के दौरान पुलिस पीएससी मौजूद रही। उसके शव को पुलिस की सुरक्षा में ही गांव सखानू ले जाया गया। बताया जा रहा है कि सखानू के कब्रिस्तान में उसकी कब्र खोद दी गई है। वहीं उसके शव को दफन किया जाएगा।
कस्बा सखानू का रहने वाला था साजिद
मुख्य आरोपी साजिद अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा सखानू का रहने वाला है। उसकी दुकान ठेकेदार विनोद ठाकुर के घर के सामने सड़क के दूसरी ओर है। वह करीब दो साल से बाबा कॉलोनी में अपनी बाल काटने की दुकान चला रहा था। विनोद के तीनों बच्चे अक्सर उसकी दुकान पर बाल कटवाने जाते थे, जिससे साजिद का उनके घर आना जाना था।
मोहल्ले वालों का कहना है कि वैसे तो साजिद रोजाना रात के नौ-दस बजे अपनी दुकान बंद करके सखानू जाता था लेकिन मंगलवार शाम करीब चार बजे ही अपनी दुकान बंद करके चला गया। इस पर मोहल्ले वालों को आश्चर्य भी हुआ था
हत्या की वजह स्पष्ट नहीं
हत्या की वजह को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई। परिजन भी कुछ कहने को राजी नहीं थे। वारदात के बाद लखीमपुर से बदायूं पहुंचे बच्चों के पिता विनोद ने देर रात बताया कि उनके सबसे पहला फोन उनकी मां मुन्नी देवी का पहुंचा था।
विनोद से मां बोली- बेटा जल्दी आ जाओ, जल्दी आ जाओ, दोनों लल्ला मार दए गए। जब हत्या की वजह पूछी गई तो विनोद ने बताया कि साजिद पत्नी की डिलीवरी के लिए पांच हजार रुपये मांगने आया था। रुपये दिए या नहीं यह तो स्पष्ट नहीं है। जब पूछा गया कि क्या साजिद आपके परिवार के मामलों में हस्तक्षेप करता था। पति ने कहा- यह तो मैडम ही बताएंगी।