पंजाब में भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला। प्रदेश में बाजार बंद रहे। हाईवे जाम रहे और बसें नहीं चलीं, हरियाणा में टोल फ्री कराए गए। किसानों के समर्थन में सड़कों पर कई संगठन उतरे, सूबे में 117 जगह प्रदर्शन हुए। सौ से ज्यादा मुख्य बाजार बंद रहे। 57 जगहों पर एनएच समेत कई सड़कें जाम हो गई।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और राष्ट्रीय ट्रेड यूनियनों की अपील पर शुक्रवार को भारत बंद का पंजाब में व्यापक असर देखने को मिला। सूबे के 23 जिलों में 117 जगहों पर सड़क परिवहन से लेकर बाजार बंद रहे। प्रदर्शन के चलते 57 जगहों पर हाईवे अवरुद्ध होने के साथ कई सड़कें जाम रहीं। इस दौरान बसें चलीं न ट्रक। पंजाब में 100 से ज्यादा जगह पर मुख्य बाजार बंद रहे। किसानों के समर्थन में कई संगठन सड़कों पर उतरे। उधर, हरियाणा में भी किसानों ने टोल प्लाजा फ्री करवा दिए।
बंद के चलते बसें न चलने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ट्रकों के पहिए थमने के कारण जरूरी सामान भी निर्धारित स्थान पर नहीं पहुंच पाया। पंजाब के लाडोवाल, दप्पड़ टोल प्लाजा समेत 3-4 अन्य प्लाजा पर भी किसानों ने टैक्स नहीं वसूलने दिया। केवल आपातकालीन सेवाओं और शादी समारोह के लिए भारत बंद में छूट रही।
बठिंडा में पांच जगहों पर, मानसा में छह, श्रीमुक्तसर साहिब में छह, जालंधर में सात, होशियारपुर में नौ, पटियाला में 11, अमृतसर में छह, फाजिल्का में सात जगहों पर किसानों ने धरना-प्रदर्शन किया। इनमें संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े 37 संगठनों और ट्रेड यूनियनों ने हिस्सा लिया। ग्रामीण इलाकों में संपर्क मार्ग भी बाधित हुए। वहीं, पंजाब की विभिन्न बार एसोसिएशन ने भी किसानों को समर्थन देते हुए कोर्ट में कामकाज बंद रखा।
चार घंटे बंद रहे पेट्रोल पंप
आंदोलन के कारण कई जिलों में 12 बजे से चार बजे तक पेट्रोल पंप बंद रहे। अमृतसर और गुरदासपुर में पंप बंद रहने से लोग परेशान दिखे। अमृतसर की वल्ला मंडी में ट्रकों की आमद 40 प्रतिशत कम रही। बाहर से ट्रक सब्जी व फ्रूट लेकर मंडी नहीं पहुंच पाए।
किसानों की दुकानदारों से झड़प
जालंधर के गोराया में किसानों की दुकानदारों से झड़प हुई। रेलवे स्टेशन पर यात्री ट्रेनों का इंतजार करते रहे। शेखा बाजार, रामामंडी बाजार, भार्गव कैंप, लाडोवाल रोड, अलासका चौक, भगत सिंह चौक, फगवाड़ा गेट, श्री वाल्मीकि चौक (ज्योति चौक), भीम राव आंबेडकर चौक (नकोदर चौक), कंपनी बाग चौक, पठानकोट चौक, दोआबा चौक, किशनपुरा चौक, लम्मा पिंड चौक, बस्ती दानिशमंदा चौक सहित अन्य एरिया बंद रहे। जालंधर होकर अमृतसर, पठानकोट, जम्मू और हिमाचल जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। किसानों के समर्थन में उतरी कांग्रेस ने शाहकोट के विधायक और जालंधर देहात प्रधान हरदेव सिंह लाडी शेरो वालिया ने बीजेपी के पूर्व मंत्री रहे मनोरंजन कालिया के घर के बाहर प्रदर्शन किया।
डेयरी और कुछ किराना दुकानें खुली रहीं
बठिंडा में बस स्टैंड सूना रहा और शहर में रोजाना की तरह दुकानें खुली रहीं, जबकि ग्रामीण एरिया में लोग किसानों के समर्थन में नजर आए। इसी तरह अबोहर में अधिकतर बाजार बंद रहे। जरूरत के सामान की दुकानें जैसे दूध की डेयरी और कुछ किराना दुकानें खुली रहीं। मुख्य बाजार 9 नंबर, 11 नंबर, 12 नंबर और अन्य बाजार व मंडियों की दुकानें पूरी तरह से बंद रहीं। आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान पीयूष नागपाल की अपील के चलते दाना मंडी में खरीद नहीं हो सकी। पठानकोट में जेएंडके नेशनल हाईवे और पठानकोट-जालंधर-अमृतसर नेशनल हाईवे एवं कथलौर पुल पर प्रदर्शनकारियों का भारी इकट्ठ देखने को मिला। मलिकपुर में चल रहे धरने में हलका भोआ के पूर्व विधायक जोगिंदर पाल भी शामिल हुए। हालांकि, आरपीएफ पठानकोट कैंट के पोस्ट कमांडर इंस्पेक्टर नीलेश कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को देश के विभिन्न राज्यों से जम्मूतवी, उधमपुर व कटड़ा जाने वाली सारी ट्रेनें समय पर चलीं। पठानकोट से अमृतसर रेल सेक्शन भी पूरी तरह से बहाल रहा।
केंद्र सरकार के खिलाफ धरने
लुधियाना में चंडीगढ़ रोड के कोहाड़ा चौक पर भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल ने धरना लगाया। फरीदकोट जिले में भी व्यापक असर देखने को मिला। फरीदकोट, सादिक, कोटकपूरा, जैतो व बाजाखाना में प्रमुख बाजार बंद रहे और संगठनों की तरफ से यहां के टहिणा टी-पॉइंट के पास अमृतसर बठिंडा नेशनल हाईवे के अलावा सादिक, कोटकपूरा, जैतो व बाजाखाना में मुख्य सड़कों पर केंद्र सरकार के खिलाफ धरने दिए। खन्ना में मेन बाजार, सुभाष बाजार, लल्हेड़ी रोड मार्केट, समराला रोड मार्केट, मलेरकोटला रोड मार्केट व अमलोह रोड मार्केट पर बनी मार्केट व इसी रोड पर बनी बड़ी सब्जी मंडी रोजाना की तरह ही खुली दिखी। किसानों ने खन्ना नेशनल हाईवे दोनों तरफ से जाम कर दिया। सड़क के बीचो-बीच बैठकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। गुरदासपुर में बब्बरी बाईपास पर नेशनल हाईवे जाम रहा। सुनाम में पटियाला-बठिंडा मुख्य सड़क पर धरना देकर चक्का जाम रखा गया।