किसान आंदोलन का असर सब्जियों के रेट पर दिखने लगा है। पंजाब से हरियाणा आने वाली सब्जियां मंडियों में नहीं पहुंच रही हैं। जानकारी के अनुसार रोहतक सब्जी मंडी में टमाटर का सिर्फ शुक्रवार का ही स्टॉक बचा हुआ है।
पंजाब से आ रहे किसानों के दिल्ली कूच को लेकर अब आमजन की खाने-पीने की चीजों की सप्लाई पर भी असर पड़ना शुरू हो गया है। पंजाब से आने वाला आलू, मटर, किन्नू और आजादपुर सब्जी मंडी से आने वाली कुछ सब्जियां भी रोहतक मंडी में नहीं पहुंच रही हैं। गुजरात से आने वाले टमाटर के लिए ट्रांसपोर्ट वाले गुजरात जाने से मना कर रहे हैं। इसके चलते सब्जी मंडी में टमाटर का सिर्फ शुक्रवार का ही स्टॉक बचा हुआ है। फिलहाल स्थानीय स्तर पर पहुंच रहे टमाटर से ही काम चलाना पड़ रहा है। अगर किसानों का आंदोलन इसी तरह चलता रहा तो सब्जियों के दामों में भी भारी उछाल हो सकता है।
फर्रुखनगर से पहुंच रही मटर
सब्जी मंडी के प्रधान सोनू छाबड़ा का कहना है कि ट्रांसपोर्ट यूनियन तो ट्रक भेजने के लिए तैयार है, लेकिन ड्राइवर गुजरात की तरफ जाने से मना कर रहे हैं। इसके चलते पिछले दो दिन से गुजरात की तरफ से टमाटर भी नहीं आ रहा है। वहीं पंजाब की तरफ से आने वाला आलू व मटर ट्रकों में भरकर आ रहा था, लेकिन उन्हें पंजाब से ही लौटना पड़ा। हालांकि अभी जिले के ही गांव से आने वाला टमाटर व फर्रुखनगर से आने वाली मटर से ही काम चलाया जा रहा है।
वहीं आजादपुर मंडी से भी सब्जियां न पहुंचने के कारण अगले दो दिन बाद समस्या गहरा सकती है। यही नहीं गुजरात की तरफ से आने वाला अंगूर भी कम मात्रा में पहुंच रहा है। अगर बॉर्डर सील इसी तरह से रहे तो अन्य सब्जियां भी इधर-उधर आने-जाने में समस्या और बढ़ेगी। नासिक से आने वाला प्याज भी अब नहीं पहुंच रहा है। फिलहाल एक सप्ताह का प्याज का स्टॉक पड़ा हुआ है।
बाॅर्डर सील होने के बाद से इन सब्जियों के दाम बढ़े
सब्जी पहले अब
भिंडी 60 80
शिमला मिर्च 50 80
टिंडा 30 50
अदरक 80 100
खीरा 30 50
नींबू 70 120