सनातन धर्म में ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए लोग कई तरह पूजा से करते हैं। कोई आरती करता है, तो कोई किसी माला के द्वारा मंत्रों का जाप करता है। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को जीवन में शुभ परिणाम मिलते हैं। सनातन धर्म में माला जाप का बेहद खास महत्व है। प्राचीन काल से लोग माला जाप कर पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। ऐसा करने से इंसान को जीवन की परेशानियों से छुटकारा मिलता है। मान्यता के अनुसार, तुलसी की माला से जगत के पालनहार भगवान श्रीहरी के मंत्रों का जाप करना अधिक फलदायी होता है। आइए हम आपको बताएंगे कि तुलसी की माला जाप करने कौन से लाभ मिलते हैं।
तुलसी माला जाप के फायदे
माना जाता है कि तुलसी की माला भगवान श्रीकृष्ण और भगवान श्रीराम की पूजा-अर्चना करने के लिए शुभ है।
तुलसी की माला जाप करने से इंसान को कई यज्ञ करने के बराबर पुण्य फल की प्राप्ति होती है। हर दिन तुलसी की माला जाप करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस माला को पहनने से व्यक्ति के जीवन में सदैव खुशहाली बनी रहती है और यश और सौभाग्य में वृद्धि होती है। तुलसी की माला को धारण करने के लिए इंसान को सात्विक नियमों का पालन करना बेहद जरूरी होता है।
तुलसी की माला धारण करने के नियम
अगर आप तुलसी की माला धारण कर रहे हैं, तो इसे पहनने से पहले गंगाजल से शुद्ध कर लें। इसके बाद इसे गले में धारण करें। इसके अलावा माला धारण करने वाले इंसान को सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए। मांस, मछली, प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए।
इतने प्रकार की होती है तुलसी माला
तुलसी की माला 2 प्रकार की होती है। एक रामा और दूसरी श्यामा। यह दोनों माला तुलसी से बनाई जाती है। मान्यता है कि रामा तुलसी की माला पहनने से इंसान के आत्मविश्वास और सकारात्मकता ऊर्जा में वृद्धि होती है। वहीं, श्यामा तुलसी की माला धारण करने से इंसान को जीवन में मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।