नोएडा अथॉरिटी पर 60 दिन से धरना दे रहे किसानों ने गुरुवार को ट्रैक्टरों से दिल्ली कूच करने का ऐलान किया है। इसे देखते हुए यातायात पुलिस ने सेक्टर-छह उद्योग मार्ग पर वाहनों की आवाजाही आंशिक रूप प्रतिबंधित कर दी गई।
किसानों के विरोध मार्च को देखते हुए दिल्ली-नोएडा, चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वहीं, कई किसान नेताओं को उनके आवास पर ही नजर बंद किया गया है। पुलिस रोकने में जुटी है।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर यूपी के किसानों ने दिल्ली-नोएडा चिल्ला बॉर्डर से संसद की ओर मार्च किया। नोएडा से दिल्ली जाने वाला रुट किसानों ने जाम कर दिया है। महामाया फ्लाईओवर के नीचे हजारों किसान इकट्ठा हुए। दिल्ली जाने के लिए हजारों किसान कोशिश में लगे हैं।
नोएडा और ग्रेनो में आज से धारा-144 लागू कर दी गई है। दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर जाम की स्थिति पैदा हो गई है। नोएडा और दिल्ली में कई मार्गों पर यातायात प्रभावित हो रहा है। जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गौतमबुद्ध नगर में किसानों के चार धरने चल रहे हैं। अंसल बिल्डर के खिलाफ जय जवान जय किसान संगठन धरने पर है वहीं ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाहर अखिल भारतीय किसान सभा की ओर से धरना जारी है।
यूपी-गाजीपुर बॉर्डर पर गुरुवार को किसान मार्च से पहले भारी ट्रैफिक जाम देखने को मिला है। दिल्ली यातायात पुलिस के अनुसार, गुरुवार को सोनिया विहार, डीएनडी, चिल्ला, गाजीपुर, सभापुर, अप्सरा और लोनी बॉर्डर से जुड़े मार्गों पर भारी यातायात होने की आशंका है। दिल्ली-नोएडा, चिल्ला बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नोएडा से दिल्ली जाने वाले डीएनडी, चिल्ला और कालिंदी कुंज बॉर्डर पर जाम ही जाम है। संसद की ओर मार्च कर रहे किसानों को दिल्ली के इन्हीं बॉर्डरों पर बैरिकैडिंग लगाकर रोक दिया गया है। पुलिस आंदोलन कर रहे किसानों को हिरासत लेने की तैयारी में है। इसके लिए पुलिस ने बसों की भी व्यवस्था की है।