निगम ने सिरसा, फतेहाबाद और जींद सर्कल के लिए 681 करोड़ रुपये के टेंडर लगाए हैं। ये टेंडर 16 फरवरी को विभाग की ओर से ओपन किए जाएंगे। निगम अधिकारियों के अनुसार मार्च के बाद काम शुरू हो जाएगा।
प्रदेश के करनाल, पंचकूला और पानीपत हेडक्वार्टर स्तर पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। अब प्रदेश के अन्य जिलो में स्मार्ट मीटर लगाने का विभाग कार्य शुरू करेगा। इसको लेकर सर्कल के अनुसार करोड़ों रुपये के टेंडर लगाए गए हैं। स्मार्ट मीटर में उपभोक्ता मोबाइल के जरिए मीटर की निगरानी कर पाएंगे।
उपभोक्ता मीटर को प्री-पेड भी करवा सकता है यानी जितने रुपये का रिचार्ज करवाएंगे उतनी ही बिजली मिलेगी। रिचार्ज खत्म होते ही बिजली सप्लाई बंद हो जाएंगी। यदि उपभोक्ता प्री-पेड प्लान का लाभ नहीं लेना चाहता तो सामान्य मीटर की तरह बिजली बिल उपभोक्ता के मोबाइल नंबर पर आता रहेगा और उसे उपभोक्ता वर्तमान की तरह भरकर बिजली आपूर्ति ले सकेंगे। अधिकारियों की माने तो विभाग के पास उपभोक्ता के बिजली लोड का सही आंकलन भी आ जाएगा। मीटर ज्यादा चलने और अधिक बिल आने की समस्या खत्म हो जाएगी।
इस प्रकार है शहर और टेंडर
- हिसार, भिवानी – 548 करोड़
- सिरसा, फतेहाबाद , जींद – 681करोड
- पलवल , नारनौल व रेवाडी — 579 करोड़
- गुरुग्राम वन, टू और फरीदाबाद – 546 करोड़
उपभोक्ता और विभाग दोनों को होगा लाभ
अधिकारियों की माने तो स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता और विभाग दोनों को फायदा होगा। जहां उपभोक्ता अपनी मर्जी के अनुसार बिजली का प्रयोग कर पाएगा। वहीं विभाग के कर्मचारियों की बिल देने और मीटर के तेज चलने जैसे समस्या से रूबरू नहीं होना पड़ेगा। उपभोक्ताओं को बिजली के खर्च की तुरंत जानकारी मिलती रहेगी। प्री-पेड सुविधा लेने वाले उपभोक्ताओं को मोबाइल रिचार्ज की तरह बिजली का रिचार्ज मिल सकेगा।
पूरे दक्षिण हरियाणा के जिलों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। अभी इसमें दो से तीन महीने का समय लगेगा। – अनिल शर्मा, चीफ इंजीनियर कॉमर्शियल, दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम