लखनऊ में 19 फरवरी को होने वाले भूमि पूजन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हो सकते हैं। इसके जरिये 10 लाख करोड़ के एमओयू धरातल पर उतारने की तैयारी है।
वैश्विक निवेशक सम्मेलन में हुए 38 लाख करोड़ रुपये के समझौतों को धरातल पर लाने के लिए 19 फरवरी को भूमि पूजन समारोह का आयोजन होगा। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होने वाले कार्यक्रम का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन कर सकते हैं। इसमें देश विदेश के निवेशकों को आमंत्रित किया गया है। समारोह में 10 लाख करोड़ रुपये के करीब 14 हजार एमओयू को शामिल किया जाएगा। वहीं 20 और 21 फरवरी को प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा।
फरवरी 2023 में हुए वैश्विक निवेशक सम्मेलन में 33 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे, जो बढ़कर 38 लाख करोड़ से ज्यादा के हो गए हैं। इन समझौतों के क्रियान्वयन को लेकर भूमि पूजन समारोह की तैयारियां काफी समय से चल रही थीं। फरवरी का महीना तय हो गया था, लेकिन तारीख की घोषणा नहीं की गई थी। बजट पेश होने के दूसरे दिन ही भूमि पूजन समारोह के लिए 19 फरवरी की तारीख फाइनल की गई है।
अमेठी, गोंडा समेत छह जिलों ने पूरा किया लक्ष्य
समारोह के लिए 23 जनवरी को हुई समीक्षा में चंदौली, हरदोई, अमेठी, बरेली, गोंडा और फतेहपुर ने निवेश का लक्ष्य 100 फीसदी पूरा कर लिया था। चंदौली इनमें नंबर वन है। जिसे भूमि पूजन समारोह के लिए 20 हजार करोड़ का लक्ष्य दिया गया था, जिसके सापेक्ष 23 हजार करोड़ की 52 परियोजनाएं फाइनल की गई हैं। इसी तरह यूपीसीडा, यूपीडा, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी, नोएडा अथाॅरिटी, यमुना अथाॅरिटी, गोरखपुर डेवलपमेंट अथाॅरिटी ने 9.25 लाख करोड़ के करार किए थे। इसमें से भूमि पूजन समारोह के लिए 4.25 लाख करोड़ के करार का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें से 3.50 लाख करोड़ के करार फाइनल हो चुके हैं।