फरवरी में एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम तैनात होगी। हवाई अड्डा 7200 एकड़ में फैला है। विभाग का कहना है कि अब पूरा जोर हवाई अड्डे के लिए लाइसेंस प्राप्त करना है।
हरियाणा का पहला महाराजा अग्रसेन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट इसी साल अप्रैल से संचालित होना शुरू हो जाएगा। अप्रैल से हिसार से चंडीगढ़, जयपुर और अहमदाबाद जैसे शहरों के लिए उड़ानें शुरू हो जाएंगी। इसके लिए सरकार का ‘एलायंस एयर’ के साथ करार भी हो गया है और विमानन कंपनी ने हवाई अड्डे पर संचालन के लिए नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से आवश्यक लाइसेंस भी प्राप्त कर लिया है। वहीं, एयरपोर्ट के बाकी निर्माण कार्यों पर तेजी से काम चल रहा है।
हरियाणा के नागरिक उड्डयन विभाग ने दावा किया है कि एयरपोर्ट के सभी सिविल कार्य मार्च तक पूरे करने का लक्ष्य रखा गया है। फरवरी में एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम यहां पर तैनात हो जाएगी। आगे के कार्य उसी की निगरानी में पूरे किए जाएंगे। विभाग का कहना है कि अब पूरा जोर हवाई अड्डे के लिए लाइसेंस प्राप्त करना है। इसके लिए विभाग ने जरूरी प्रक्रिया शुरू कर दी है।
करीब 7200 एकड़ में फैला हवाई अड्डे का काम तीन अलग-अलग चरणों में पूरा किया जाना है। इसका रनवे करीब 3300 मीटर का होगा। भविष्य में यहां पर अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमान भी उतरेंगे। माल ढुलाई व ट्रक के लिए अलग से टर्मिनल भी बनेगा। पहले चरण के कार्य पूरा हो चुका है। अब द्वितीय फेज का कार्य चल रहा है।
इस समय रनवे, एटीसी, कैट आई, पीटीटी, जीएससी एरिया, लिंक टैक्सी, एप्रेन, एटीसी, फ्यूल रूम, बेसिक स्पिट पैरामीटर रोड, बरसाती ड्रोन बनाने का कार्य चल रहा है। वहीं नए पैसेंजर टर्मिनल के लिए 503 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया जा चुका है। यह टर्मिनल शंख के आकार जैसा दिखेगा। इसका फोटो भी डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला अपने सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर कर चुके हैं।
यह टर्मिनल जनवरी 2026 तक तैयार हो जाएगा। नए टर्मिनल में करीब 1200 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी। तब तक के लिए पुराने टर्मिनल का इस्तेमाल किया जाएगा। कुछ वॉच टावर बनकर तैयार हो गए हैं। एयरपोर्ट की चहारदीवार बनकर तैयार हो चुकी है। अब दीवारों के किनारे स्ट्रीट लाइट लगाई जा रही हैं।
विभाग ने दावा किया है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल का टावर, रनवे के दोनों तरफ बनने वाले ड्रम का कार्य और टर्निमल बिल्डिंग की एक्सटेंशन संबंधी कार्य भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि यह बताया जाता है कि 1970-71 में दिल्ली-हिसार के लिए एक हवाई सेवा यात्रा शुरू की गई थी, मगर कुछ समय बाद ही यह सेवा बंद हो गई थी।
दिल्ली से रेल मार्ग से जुड़ेगा एयरपोर्ट
राज्य सरकार का पूरा फोकस हिसार को सिविल एविएशन के तौर पर विकसित करना है। इस कड़ी में हिसार एयरपोर्ट को नई दिल्ली के बीच रेल मार्ग के माध्यम से भी जोड़ा जाएगा। इसके लिए हरियाणा सरकार हिसार एयरपोर्ट और दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे के बीच रेलवे लाइन के प्रस्ताव को मंजूरी दे चुकी है। हालांकि यह दो चरणों में कार्य पूरा होगा। पहले चरण में गढ़ी हरसरू-फरुखनगर-झज्जर के बीच रेल कनेक्टिविटी होगी जबकि दूसरे चरण में हिसार हवाई अड्डे को जोड़ा जाएगा। इसमें करीब 1200 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च आएगा। वहीं, सड़क मार्ग के जरिये इसे दिल्ली से जोड़ा जाएगा। राज्य सरकार की योजना है कि इसे दिल्ली से एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा।
अप्रैल से हरियाणा के पहले हवाई अड्डे से उड़ाने शुरू हो जाएंगी। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से तैयारियां की जा रही हैं। विमान कंपनी के साथ भी समझौता हो चुका है। एयरपोर्ट के निर्माण संबंधी कार्य मार्च तक पूरे कर लिए जाएंगे। इसके बाद अंबाला एयरपोर्ट उड़ानों के लिए तैयार होगा। हमारी कोशिश रहेगी कि जुलाई तक अंबाला से भी उड़ानें शुरू कर दी जाएं। -दुष्यंत चौटाला, डिप्टी सीएम व नागरिक उड्डयन मंत्री, हरियाणा।