राम मंदिर में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान दिल्ली के अस्पतालों में राम धुन गूंजी। स्वास्थ्य कर्मियों ने डॉक्टर और मरीज-तीमारदारों के साथ भजन और हनुमान चालीसा का पाठ किया। वहीं, रेजिडेंट डॉक्टरों ने श्रीराम के जीवन पर गोष्ठी का आयोजन किया। साथ ही अस्पताल में रंगोली बनाई। उसके बाद अस्पताल प्रमुख के साथ मिलकर अयोध्या में आयोजित हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह को स्क्रीन पर लाइव देखा। समारोह के समापन पर प्रसाद वितरण का कार्यक्रम हुआ।
सुबह करीब नौ बजे एम्स के नर्सिंग स्टाफ ने कर्मचारियों के साथ मिलकर एम्स दिल्ली में हरि कीर्तन का आयोजन किया। समारोह के शुरू होने तक कीर्तन चला। वहीं एम्स प्रशासन ने डॉक्टरों व कर्मचारियों के लिए सभागार में समारोह की लाइव स्क्रीनिंग कराई। इस दौरान 100 से अधिक डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने पूरे कार्यक्रम को देखा। लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के सभागार में रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन गोष्ठी का आयोजन किया। आयोजन के दौरान डॉ. बीएन गंगाधर ने सभी रेजिडेंट डॉक्टर्स को श्रीराम के बारे में विस्तार से बताया। उसके बाद डॉक्टरों ने इसी विषय पर गोष्ठी का भी आयोजन किया। इसके अलावा अस्पताल व मेडिकल काॅलेज में डॉक्टरों ने रंगोली बनाई। उसके बाद सभी ने मिलकर स्क्रीन पर अयोध्या में आयोजित समारोह को देखा।
इस दौरान लेडी हार्डिंग के निदेशक डॉ. सुभाष गिरी ने बताया कि समारोह के दौरान डॉक्टरों ने श्री राम के बारे में विस्तार से चर्चा की। साथ ही उन्हें अपने चरित्र में उतारने की प्रेरणा ली। डॉ. गिरी ने कहा कि यह एक अद्भुत पल है। हर कोई राम रंग में रंगा हुआ है। ऐसे में डॉक्टर और उसके तीमारदार इससे अछूते कैसे रह सकते हैं। सभी डॉक्टरों के लिए श्री राम की तरह बनना जरूरी है। इसके अलावा अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान और डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के सभागार में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने कार्यक्रम का आयोजन किया। शुरूआत में डॉक्टरों ने गोष्ठी का आयोजन किया उसके बाद रंगोली बनाई। फिर हनुमान चालीसा व भजन किया। साथ ही सभी ने मिलकर अयोध्या से प्रसारित लाइव समारोह को देखा। अस्पताल के डॉक्टर शैलेश ने बताया कि समारोह के दौरान पूरे अस्पताल में भक्तिमय हो गया था। वहीं, सफदरजंग अस्पताल में भी समारोह को लेकर कार्यक्रम का आयोजन हुआ। डॉक्टरों ने भजन कीर्तन के बाद प्रसाद बांटा। साथ ही पूरे समारोह को लाइव देखा।
अस्पताल में कम आए मरीज
अयोध्या में आयोजित समारोह को देखते हुए सोमवार को दिल्ली के अस्पतालों में औसतन आधे मरीज आए। डॉक्टरों ने बताया कि कई मरीज केवल पता करने आए थे कि आज इलाज होगा या नहीं। बाद में जब डॉक्टरों को देखा तो इलाज करवाने ओपीडी में आए। वहीं अस्पतालों में आए मरीजों ने बताया कि सोमवार को ढाई बजे तक अस्पताल बंद होने की सूचना थी। इसे देखते हुए कई लोग नहीं पहुंचे। वहीं डॉक्टरों ने कहा कि मरीजों को होने वाली परेशानी को देखते हुए ढाई बजे तक ओपीडी बंद रखने के फैसले को वापस ले लिया गया था। बावजूद इसके मरीज नहीं आए। इस वजह से ओपीडी में छुट्टी जैसा माहौल बना रहा।