बृहस्पतिवार को दिनभर कोहरे से घिरे रहे शहरवासियों को शुक्रवार को भी राहत नहीं मिली। सुबह से कोहरा छाया हुआ है। शीतलहर से लोगों की कंपकंपी छूट रही है।
बरेली में कड़ाके की सर्दी का प्रकोप जारी है। शीतलहर से लोगों की कंपकंपी छूट रही है। शुक्रवार को भी धूप निकलने के आसार नहीं है। सुबह से कोहरा छाया हुआ है। इससे पहले बुधवार को दिन भर कोहरे से घिरे रहे शहरवासियों को बृहस्पतिवार को भी राहत नहीं मिली। शीतलहर नश्तर सी चुभी। शाम ढलने के साथ सर्दी का प्रकोप हावी होने लगा। बृहस्पतिवार को बरेली प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। अगले दो दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ अतुल कुमार के मुताबिक बुधवार रात से ही कोहरा समेत शीतलहर भी जारी रही। पाला भी गिरा। न्यूनतम तापमान एक डिग्री की बढ़त के बाद 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। बृहस्पतिवार को दिनभर कोहरा हावी रहा। अधिकतम तापमान सामान्य से 11 डिग्री कम 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि पछुआ हवा से 20 जनवरी तक न्यूनतम तापमान में क्रमिक गिरावट होने का पूर्वानुमान है।
बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन तक ठिठुरते दिखे मुसाफिर
तीन दिन से चल रही शीतलहर रात के वक्त ज्यादा सितमगर साबित हो रही है। अमर उजाला टीम ने बृहस्पतिवार रात कैमरे की नजर से शहर के सार्वजनिक स्थानों का हाल देखा तो यात्री ठिठुरते नजर आए। रोडवेज बस स्टैंड पर रैन बसेरे में पर्याप्त जगह व इंतजाम होने के बाद भी जानकारी के अभाव में लोग यात्री शेड में जमीन पर चादर बिछाकर लेटे थे।
बरेली जंक्शन पर द्वितीय श्रेणी के प्रतीक्षालय से लेकर प्लेटफॉर्म तक ट्रेनों के इंतजार में मुसाफिर फर्श पर लेटने को मजबूर थे। यहां बाहरी हिस्से में भी अलाव की व्यवस्था नहीं थी। कंबल और शॉल से लोगों ने खुद को ढंक रखा था। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सर्दी से ज्यादा परेशान दिखे।
पांचवीं बार निरस्त हुई मुंबई की फ्लाइट
घने कोहरे से बृहस्पतिवार को भी हवाई सफर प्रभावित रहा। मुंबई की फ्लाइट निरस्त रही। एयरलाइंस के प्रतिनिधि के मुताबिक बृहस्पतिवार को मुंबई से फ्लाइट ने उड़ान भरी। बंगलूरू पहुंचने के बाद बरेली में घने कोहरे के चलते दृश्यता न मिलने की सूचना मिली। लिहाजा, फ्लाइट को निरस्त करने का निर्णय लिया गया। यात्रियों को किराया वापस लौटाने और री-बुकिंग का विकल्प दिया गया।