अंबाला के मानव चौक से करीब 12 किलोमीटर दूर ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री लखनौर साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का ननिहाल है। यहां श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और माता गुजरी से जुड़ी कई निशानियां सहेजकर रखी गई हैं। गुरु गोबिंद सिंह जी लखनौर साहिब अपने ननिहाल में बचपन में हॉकी खेलते थे।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल बुधवार को श्री गुरु गोबिंद सिंह के ननिहाल लखनौर साहिब गांव में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व पर पहुंचे। उन्होंने गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेककर आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल को गुरुद्वारा समिति सदस्यों ने सम्मानित किया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने माइक पर गुरु गोबिंद सिंह जी का शबद भी सुनाया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह व उनके परिवार ने कुर्बानियां दी है। यह देश और दुनिया के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गया है। इसके उपरांत उन्होंने श्री गुरु गोबिंद सिंह जी और माता गुजरी जी की निशानियां भी देखी। मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में एक सवाल कि राहुल गांधी ने 22 जनवरी को भाजपा का दिवस करार दिया है, इसलिए कांग्रेस अयोध्या नहीं जा रही, इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह जो दिवस होते है सारे ही भाजपा के दिवस है, भाजपा का ही साल है, भाजपा का युग है। आने वाले समय मे भी भाजपा आने वाली है।
अंबाला में गुरु साहिब से जुड़े कई ऐतिहासिक गुरुद्वारे हैं। लखनौर साहिब श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का ननिहाल है। यहां गुरु गोबिंद सिंह जी ने हॉकी (तब इस खेल को खुदो खुंडी कहते थे) खेली और कई चमत्कार भी दिखाए। इनसे से जुड़ी ऐतिहासिक निशानियां आज भी अंबाला शहर के गुरुद्वारा श्री लखनौर साहिब व आसपास के गुरुद्वारों में मौजूद है।