बीजिंग: ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव गहराता जा रहा है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाल ही में धमकी दी है कि वह ताइवान पर कब्जा करके ही मानेंगे। इस बीच अमेरिका ने ताइवान को घातक हथियारों की आपूर्ति तेज कर दी है। अमेरिका चीन की सेना से निपटने के लिए ताइवान की सेना को महाशक्तिशाली अब्राम टैंक की सप्लाई की है। ये टैंक यूरेनियम से लैस गोले भी दागने में सक्षम हैं। चीन ने अब्राम टैंक को तबाह करने के लिए अब एक हाइपरसोनिक गोली बनाई है। चीन की यह गोली दरअसल, हाइपरवेलोसिटी काइनेटिक एनर्जी वेपन है। चीन ने यूक्रेन युद्ध से सबक लेते हुए इस गोली का न केवल निर्माण किया है, बल्कि परीक्षण भी किया है।
चीन के शोधकर्ता अब इस काइनेटिक एनर्जी वेपन के अमेरिकी टैंक के आर्मर पर होने वाले असर का परीक्षण कर रहे हैं। साऊथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चीन के वैज्ञानिकों ने काइनेटिक एनर्जी वेपन से हमले का अभ्यास किया है ताकि इससे अब्राम टैंक के आर्मर को होने वाले नुकसान का आकलन किया जा सके। यही आर्मर किसी भी हमले से अब्राम को बचाता है। चीन के वैज्ञानिकों ने पाया कि 20 किलो के ठोस गोले से अगर ध्वनि की 4 गुना रफ्तार से हमला किया जाता है तो अब्राम टैंक को भयानक नुकसान पहुंच सकता है।
अब्राम टैंक को अंदर से तबाह करने का दावा
काइनेटिक एनर्जी में एक गोला होता है जो 25 मेगाजूल का होता है। यह 7 किलोवाट आवर से कम होता है जब इसे इलेक्ट्रिकल एनर्जी में कन्वर्ट किया जाता है। चीन की टीम ने यह भी दावा किया है कि इस हमले में भले ही अमेरिकी टैंक के बाहरी ढांचे को नुकसान न पहुंचे लेकिन उसके अंदर की कार्यप्रणाली तबाह हो जाएगी। उन्हें टेस्ट में यह मिला भी है। इसे चीन के एयरोडायनामिक्स रीसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर ने बनाया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हाइपरसोनिक हथियारों को पहले बड़े टारगेट जैसे सैन्य ठिकानों या एयरक्राफ्ट कैरियर को निशाना बनाने के लिए तैयार किया गया था।
अब चीन और अन्य देश इन हाइपरसोनिक अत्याधुनिक हथियारों को अन्य क्षेत्रों में भी इस्तेमाल करने की योजना पर काम कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि परंपरागत तोप के गोले से होने वाले टैंक को नुकसान की तुलना में काइनेटिक गोलों के असर को आकलन करना आसान नहीं है। ये गोले इतनी तेजी से हमला करते हैं कि टैंक का पुर्जा-पुर्जा हिल उठता है। उसके नट बोल्ट तक को नुकसान पहुंचता है। चीन ने अमेरिकी हथियारों से निपटने के लिए यूक्रेन युद्ध पर करीबी नजर रखे हुए है। वह टैंक को तबाह करने वाले और उसके बचाव की तकनीक पर करीबी से काम कर रहा है।