जम्मू-कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश और पंजाब, हरियाणा से लेकर राजस्थान व बिहार तक पूरा उत्तर पश्चिम भारत घने कोहरे और भीषण शीतलहर की चपेट में है। पहाड़ी राज्यों के ऊंचाई वाले इलाकों में बीते कुछ दिनों से हो रही बर्फबारी से मैदानी इलाकों में गलन भी बढ़ गई है।
मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों तक राहत भी नहीं मिलेगी। मिली जानकारी के मुताबिक, कोहरे के वजह से दिल्ली आने वाली कई फ्लाइट्स प्रभावित हो गई हैं। तो वहीं कई को डायवर्ट कर दिया गया है।
इन शहरों के हवाईअड्डों पर कम दृश्यता
दिल्ली-पालम 00 मीटर
अमृतसर- 00 मीटर
आगरा- 00 मीटर
ग्वालियर- 00 मीटर
प्रयागराज- 00 मीटर
जैसलमेर- 00 मीटर
दिल्ली-सफदरजंग- 200 मीटर
बरपानी/शिल्लोंग- 300 मीटर
अभी आसमान में कोहरे की घनी परत नहीं दिख रही है। सैटेलाइट से कुछ तस्वीरें ली गई हैं। दिल्ली समेत उत्तर पश्चिम भारत के हिस्सों में कोहरे की स्थिति देखी जा रही है। कुछ और इलाकों से भी कोहरा एक या दो घंटे में छंट जाएगा। दृश्यता की स्थिति एक ही राज्य में 0-500 के बीच अलग हो सकती हैं।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में बीते दो दिन से सुबह के समय घने कोहरे का प्रकोप देखा जा रहा है। इसके चलते एक दिन पहले दिल्ली में कई उड़ानें भी प्रभावित हुई थीं। दृश्यता कम होने से लोगों को मुश्किल हुई। रविवार को पंजाब के अमृतसर व राजस्थान के चुरू में कोहरे से सुबह को दृश्यता लगभग न के बराबर रही।
बर्फबारी से नए साल का स्वागत
जम्मू-कश्मीर में नए साल का स्वागत बारिश और बर्फबारी से होने की उम्मीद है। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार, एक से तीन जनवरी तक प्रदेश में बादल छाए रहेंगे और कुछ स्थानों पर बारिश के साथ बर्फबारी होगी। अभी कश्मीर में शीतलहर के साथ अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चल रहा है। श्रीनगर में तापमान माइनस 2.1 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। पहलगाम में माइनस 3.9 और गुलमर्ग में माइनस 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लेह के पारे में सुधार हुआ है और यहां न्यूनतम तापमान माइनस 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर
दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई है। दिल्ली में रविवार शाम चार बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 411 दर्ज किया गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। शनिवार को यह 450 पर था।