भारत में कोई भी त्योहार हो या फिर शादी उसमें गोल्ड खरीदना काफी शुभ माना जाता है। देश में गोल्ड की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहता है। इसमें निवेश करने के लिए एकमुश्त राशि का भुगतान करना होता है। ऐसे में कई लोग इसे खरीदने में काफी मुश्किल आती है। इस मुश्किल को कम करने के लिए कई ज्वेलर्स ग्राहकों के लिए गोल्ड हार्वेस्ट स्कीम लेकर आए हैं।
आपको बता दें कि इस स्कीम में ग्राहक को गोल्ड ज्वेलरी खरीदने में एकमुश्त राशि का भुगतान नहीं करना होता है। इसके साथ ही इस स्कीम में मेकिंग चार्ज में छूट और कई अन्य डिस्काउंट का लाभ भी मिलता है। आइए, इस स्कीम के बारे में जानते हैं।
क्या है गोल्ड हार्वेस्ट स्कीम
गोल्ड हारवेस्ट स्कीम एक तरह का गोल्ड सेविंग स्कीम है। इसमें आपको हर महीने एक निश्चित राशि का भुगतान करना होगा। 10 महीने के बाद ज्वैलर्स के पास आपकी एक निवेश राशि जमा हो जाती है। इस निवेश राशि में वह आपको कुछ ब्याज की सुविधा भी देते हैं। इस स्कीम में आप 10 या फिर 12 महीने तक ही निवेश कर सकते हैं।
ज्वैलर्स इस स्कीम का लाभ उठाने वाले ग्राहकों को इंसेंटिव भी देते हैं। इसके साथ ही कई ज्वैलर्स मेकिंग चार्ज पर छूट और बोनस का लाभ भी देते हैं।
तनिष्क की वेबसाइट के अनुसार गोल्ड हार्वेस्ट स्कीम में ग्राहक को हर महीने 10,000 रुपये की राशि जमा करनी होगी। 10 महीने के बाद ग्राहक द्वारा जमा की गई राशि का टोटल 100,000 रुपये हो जाएगा। इस राशि पर तनिष्क द्वारा 7,500 रुपये का रिटर्न दिया जाएगा। यानी कि अब टोटल 107,500 रुपये होगा।
इसका मतलब है कि ग्राहक अब इस राशि से आसानी से कोई भी ज्वेलरी खरीद सकते हैं।
गोल्ड हार्वेस्ट स्कीम के फायदे
- इस स्कीम की मदद से आपको गोल्ड ज्वेलरी खरीदने पर एकमुश्त राशि देने की जरूरत नहीं होगी।
- गोल्ड हार्वेस्ट स्कीम में आप साल में एक बार गोल्ड की ज्वेलरी खरीद पाएंगे।
- अगर आप सोने में निवेश करना पसंद करते हैं तो आप आसानी से इसमें निवेश भी कर पाएंगे।
- गोल्ड में हो रहे प्रॉफिट की दरों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। 2022 से 5 साल तक गोल्ड में सालाना 14 फीसदी से ज्यादा का मुनाफा हुआ है।
- बीते 5 साल में शेयर मार्केट के स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स का रिटर्न गोल्ड में लगभग 12 फीसदी रहा है।