हरियाणा, झारखंड़, राजस्थान, बिहार और उत्तर-प्रदेश के 100 से अधिक युवाओं को सेना में भर्ती कराने का झासा देकर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना को चरखी दादरी पुलिस ने पटना (बिहार) से गिरफ्तार किया है। आरोपी सुनील पटना के नेहरू नगर का रहने वाला है और उसने गिरफ्तारी के दौरान चरखी दादरी पुलिस टीम पर हमला भी करवा दिया। हालांकि समय से बिहार पुलिस की मदद मिलने से पुलिस टीम वहां से आरोपी को लेकर निकलने में कामयाब रही।
आरोपी सुनील की गिरफ्तारी को लेकर दादरी डीएसपी हेडक्वार्टर अशोक कुमार ने सोमवार दोपहर प्रेसवार्ता की। उन्होंने बताया कि दादरी सदर थाना में वर्ष 2022 में पांच आरोपियों के खिलाफ ठगी के संबंध में 316 नंबर एफआईआर हुई थी। इस मामले में शुक्रवार को दादरी साइबर थाना प्रभारी पीएसआई विशाल की अगुवाई में 5 सदस्यीय टीम 1200 किलोमीटर दूर पटना में आरोपी सुनील को गिरफ्तार करने पहुंची।
टीम जब उसे काबू कर वाहन में बैठाने लगी तो उसने अपहरण का शोर मचा दिया और इसके बाद उसकी मदद के लिए आए स्थानीय लोगों ने न केवल पुलिस टीम का विरोध किया, बल्कि हमला तक कर दिया। गनीमत रही कि समय रहते बिहार पुलिस वहां पहुंच गई और दादरी साइबर थाना पुलिस टीम आरोपी को लेकर वहां से निकलने में कामयाब हो गई। रविवार को पुलिस टीम उसे लेकर दादरी पहुंची। हालांकि इससे पहले टीम ने हमला करने वालों के खिलाफ बिहार में हत्या के प्रयास का मामला भी दर्ज करवाया।
वर्ष 2021 व 2022 में किया फर्जीवाड़ा
आरोपी से की गई प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि वर्ष 2021 व वर्ष 2022 में ही उनके गिरोह ने विभिन्न प्रदेशों में युवाओं के साथ ठगी की। उन्होंने जनरल ड्यूटी सिपाही या क्लर्क भर्ती के नाम पर युवाओं से 6 लाख और मैस में स्टोरकीपर या क्लर्क भर्ती करवाने के नाम पर 8 लाख रुपये तक की ठगी की। सूत्रों के अनुसार 100 से अधिक युवाओं को इस गिरोह ने निशाना बनाया।
दानापुर आर्मी कैंट का देते थे ज्वाइनिंग लेटर
गिरोह की खास बात ये थी कि वो दानाुपर आर्मी कैंट का युवाओं को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर देते थे। इतना ही नहीं इससे पहले मेडिकल जांच और अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के लिए भी युवाओं को वहां बुलाया जाता था। डीएसपी अशोक कुमार ने बताया कि दरअसल आर्मी कैंट में आमजन भी रहते हैं और इस बात का ही गिरोह फायदा उठाता था।