प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के केवडिया में “आरंभ” के पांचवें संस्करण के समापन पर 98वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के अधिकारी प्रशिक्षुओं को संबोधित किया, जिसमें 16 भारतीय सिविल सेवाओं के 560 और भूटान सिविल सेवाओं के तीन प्रशिक्षुओं ने हिस्सा लिया।
राज्य सरकार की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रधानमंत्री ने सिविल सेवकों को बदलाव का नेतृत्व करने और विभागों और क्षेत्रों में निर्बाध रूप से काम करने में सक्षम बनाने की दृष्टि से प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित किया और पाठ्यक्रम को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए उन्हें बधाई दी। आरंभ कार्यक्रम का 5वां संस्करण ‘विघटन की शक्ति का दोहन’ विषय पर आयोजित किया गया था।
क्या है “आरंभ”
आरंभ को 2019 में अखिल भारतीय सिविल सेवा और ग्रुप-ए केंद्रीय सेवाओं के सभी प्रशिक्षुओं को एक साथ लाकर लॉन्च किया गया था। विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह पाठ्यक्रम एक बड़े और विविध देश में शासन के विचारों, चुनौतियों और जिम्मेदारियों का प्रत्यक्ष परिचय प्रदान करता है। फाउंडेशन कोर्स के प्रतिभागियों को नेतृत्व, सिविल सेवक कौशल के साथ-साथ व्यक्तिगत कौशल और प्रशासन के लिए दृष्टिकोण का पाठ मिलता है।
इसका उद्देश्य प्रशासन को लोगों की जरूरतों के प्रति अधिक उत्तरदायी बनाना है। साढ़े तीन महीने के इस पाठ्यक्रम के दौरान, बड़ी संख्या में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वक्ता, विशेषज्ञ और प्रेरणादायक हस्तियां सार्वजनिक प्रशासकों के रूप में अपने दृष्टिकोण को आकार देने के लिए अधिकारी प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत करते हैं। गौरतलब है कि पीएम मोदी सोमवार से दो दिवसीय गुजरात दौरे पर थे।