एनसीईआरटी (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान संस्थान और प्रशिक्षण परिषद) कि किताबों में अब ऐतिहासिक बदलाव होने की संभावना है. NCERT अब हर जगह से इंडिया नाम बदलकर भारत करने वाली हैं. इसकी शुरूआत सबसे पहले G20 के डिनर के निमंत्रण पत्र पर इंडिया की जगह भारत लिखा गया था. साथ ही अब एनसीईआरटी की किताबों में एक नया ऐतिहासिक बदलाव होने वाला हैं. इस बदलाव के बाद अब छात्रों को किताबों में इंडिया की जगह भारत शब्द पढ़ाया जाएगा. एनसीईआरटी पैनल ने सभी एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकों में इंडिया का नाम बदलकर भारत करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया है. इसके बाद अब एनसीईआरटी की किताबों में बच्चों को इंडिया की जगह भारत पढ़ाया जाएगा.
बता दें कि अब एनसीईआरटी किताबों में इंडिया नाम बदलने के साथ-साथ कई अहम बदलाव करने जा रही है. वही समिति ने पाठ्यपुस्तकों में ‘एंशिएंट हिस्ट्री’ के स्थान पर ‘क्लासिकल हिस्ट्री’ को शामिल करने की सिफारिश की है. इतिहास को अब प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक में विभाजित नहीं किया जाएगा, क्योंकि इससे पता चलता है कि भारत एक पुराना और ब्रिटिश साम्राज्यवाद से अनजान राष्ट्र है. एनसीईआरटी पैनल ने सभी पाठ्यपुस्तकों के विषयों के पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान प्रणाली यानी इंडियन नॉलेज सिस्टम की शुरूआत भी इस नये बदलाव का हिस्सा है. वही यह समिति उन 25 समितियों में से एक है जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार पाठ्यक्रम को बदलने के लिए केंद्रीय स्तर पर एनसीईआरटी के साथ काम कर रही है. फिलहाल नवीनतम पाठ्यपुस्तकें अभी आनी बाकी हैं.
देश में इंडिया नाम हटा कर भारत करने की शुरूआत आरमंभ है. देश में 2024 लोकसभा चुनाव होने वाला है. इस बार विपक्षी पार्टीयाँ बीजेपी को हराने के लिए 28 दलों को मिला कर एक पार्टी का गठन की हैं. जिस पार्टी का नाम इंडिया रखा गया है. वहीं दूसरी तरफ जब भारत दुनिया की 20 बड़ी आर्थिक ताकत वाले देशों के संगठन G -20 की मेजबानी किया तब एक आमंत्रण पत्र पर लिखे भारत शब्द ने पूरे देश में सियासी हलचल मचा दी. वही सवाल पूछे जाने पर, क्या केंद्र सरकार अब देश का नाम इंडिया और भारत नहीं बल्कि सिर्फ भारत करने वाली है. इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्षी दल का नाम इडिया रखा है. इसलिए बीजेपी देश के नाम से इंडिया हटा रही है.