भारत की स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास को पिछले बारह महीने में तीन बार रहने के स्थान के नियम (वेयरअबाउट) के उल्लंघन के कारण राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) ने अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया। असम की 23 वर्ष की धाविका हिमा चोट के कारण हांगझोउ एशियाई खेलों की टीम में नहीं हैं। उनका अस्थायी प्रतिबंध 10 अगस्त से लागू होगा। भारतीय टीम के एक अधिकारी ने कहा, ‘पिछले एक साल में तीन बार उसने रहने के स्थान संबंधी नियम का उल्लंघन किया है। यही वजह है कि उसे नाडा ने अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया।’
सूत्रों के अनुसार दरअसल उनका 22 जून को मिस टेस्ट हुआ था जब नाडा की टीम त्रिवेंद्रम गई थी। इससे पहले 12 महीने में दो बार वेयरअबाउट विफल हुआ था। उन्हें दो साल का प्रतिबंध झेलना पड़ सकता है जो घटाकर एक साल का किया जा सकता है।
हिमा ने जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में 400 मीटर व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक जीता था। वह स्वर्ण जीतने वाली चार गुणा 400 मीटर महिला टीम और रजत जीतने वाली मिश्रित रिले टीम की भी सदस्य थीं। विश्व एथलेटिक्स डोपिंग निरोधक एजेंसी के नियमों के अनुसार बारह महीने में तीन बार रहने के स्थान संबंधी नियम का उल्लंघन या टेस्ट से चूकने पर निलंबन लगाया जा सकता है।