इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन 2023 के जनवरी में प्रस्तावित पहले सत्र (सेशन 1) के लिए घोषित तारीखों में से पहले दिन को निर्धारित दो पालियों में से पहली पाली (शिफ्ट 1) दोपहर 12 बजे समाप्त हो गई। राष्ट्रीय परीक्षा (एनटीए) द्वारा जेईई मेन 2023 के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार पहली पाली सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी दोपहर 3 बजे से शाम 6 बजे तक आयोजित होनी है। ऐसे में जबकि जेईई मेन 2023 की 24 जनवरी की पहली शिफ्ट समाप्त हो गई है, तो इसमें सम्मिलित हुए स्टूडेंट्स अन्य उम्मीदवारों से प्राप्त प्रतिक्रियाओं के आधार पर जान सकते हैं कि इस बार की प्रवेश परीक्षा में कैसे क्वेश्चन पूछे जा रहे हैं और उनका डिफिकल्टी लेवल क्या है। साथ ही, इससे आगे की पालियों में सम्मिलित हो रहे उम्मीदवार भी इसके अनुसार अपनी तैयारियों का जायजा लेते हुए बेहतर स्कोर कर सकते हैं।
1 डे 1 शिफ्ट 1 के क्वेश्चंस और डिफिकल्टी लेवल
जेईई मेन 2023 के जनवरी सेशन के पहले दिन की पहली पाली में सम्मिलित छात्र-छात्राओं के अनुसार क्वेश्चन पेपर का डिफिकल्टी लेवल ‘मॉडरेट टू डिफिकल्ट’ कटेगरी का रहा। क्वेश्चन पेपर न तो आसान थे और न ही अत्यधिक कठिन, बल्कि ज्यादातर प्रश्न मध्यम कठिनाई स्तर के रहे। हालांकि, ज्यादातर स्टूडेंट्स के जेईई मेन 2023 को पिछले दो वर्षों की तुलना में अधिक कठिन बताया। हालांकि, एनटीए ने इस बार की परीक्षा में किसी भी प्रकार का ‘सरप्राइज’ क्वेश्चन नहीं डाला। पहले दिन की पहली पाली में सम्मिलित उम्मीदवारों के अनुसार फिजिक्स अन्य दो विषयों की तुलना अधिक कठिन था। मैथ का पेपर लेंदी और टाइम कंज्यूमिंग रहा। इस कारण वे सभी क्वेश्चन नहीं कर पाए।
जेईई मेन सेशन 1 डे 1 शिफ्ट 1 के क्वेश्चंस
पहले दिन की पहली पाली में सम्मिलित उम्मीदवारों के अनुसार पिछले वर्ष के क्वेश्चन रिपीट नहीं हुए थे, लेकिन टॉपिक रिपीट हुए थे। फिजिक्स में मॉडर्न फिजिक्स से अधिक क्वेश्चन थे। इससे 3 से 5 प्रश्न आए थे। करेंट इलेक्ट्रिसिटी, केजीटी, थर्मोडायनेमिक्स, यूनिट एण्ड डायमेंशन, फ्रिक्शन आदि से क्वेश्चन पूछे गए थे। मैथमेटिक्स में कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री से अधिक (7 फीसदी) क्वेश्चन थे, डिफ्रेंशियल कैलकुलेस और इंटेग्रेल कैलकुलस से भी अधिक प्रश्न थे। बायोलॉमिनल थ्योरम, सर्किल, स्ट्रेट लाइन, डिफ्रेंशियल इक्वेशन, आदि से भी क्वेश्चन पूछे गए थे। केमिस्ट्री की बात करें इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री (एनसीईआरटी), केमिकल बॉन्डिंग, इन्वार्यमेंटल केमिस्ट्री, एटॉमिक कंपोनेंट्स, मोल कॉन्शेप्ट, हाइड्रोकार्बन, आदि टॉपिक्स को स्टूडेंट्स ने महत्वपूर्ण बताया।