लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने नगर परिषद के उपयंत्री को 15 हजार की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। एक ठेकेदार ने उपयंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी कि नगर परिषद हर्रई में ट्रेंचिंग ग्राउंड (कचरा संग्रहण) के गेट का निर्माण करीब 8 माह पूर्व कराया गया था। 37 हजार की लागत से हुए इस निर्माण के बिल भुगतान के ऐवज में उपयंत्री सतीश डेहरिया पिता फूलचंद्र डेहरिया (42 वर्ष) 17 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा था। शिकायत की तस्दीक करने के बाद लोकायुक्त ने आरोपित को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। फरियादी ठेकेदार ने नगर परिषद के कार्यालय में पहुंचकर जैसे ही उपयंत्री के हाथ में 15000 रुपये थमाए, लोकायुक्त की टीम ने उसे पकड़ लिया।
आवेदक ठेकेदार अभिषेक साहू पिता उमाशंकर साहू (36) हर्रई में ठेकेदारी करता है। आवेदक द्वारा साधना हार्डवेयर हर्रई की ओर से नगर परिषद हर्रई में ट्रेंचिंग ग्राउंड (कचरा संग्रहण) के गेट का निर्माण करीब आठ माह पूर्व कराया गया। इसका करीब 37 हजार रुपये बिल का भुगतान नगर परिषद हर्रई से होना था। उपयंत्री सतीश डेहरिया द्वारा बिल पास कराने के ऐवज में 17 हजार की रिश्वत की मांग की गई थी। शिकायत सत्यापन उपरांत बुधवार को उपयंत्री सतीश डेहरिया को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते कार्यालयीन कक्ष, नगर परिषद हर्रई में पकड़ लिया गया। लोकायुक्त जबलपुर की इस टीम में निरीक्षक कमल सिंह उईके, निरीक्षक भूपेंद्र कुमार दीवान एवं अन्य सदस्य शामिल रहे।