कैथोलिक चर्च त्रिसूर सूबा ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को जमकर फटकार लगाई है। त्रिसूर सूबा ने निष्कर्ष निकाला है कि पिनाराई विजयन ने केरल को एक ऐसे राज्य में बदल दिया है जहां भगवान की महिमा और लोगों में शांति गायब हो चुकी है। हर नए साल के मौके पर चर्च की ओर से एक प्रकाशन निकाला जाता है जिसमें किसी भी समस्या के बारे में लिखा जाता है इस बार की संपादकीय में यही विषय रहा है।
“सरकार जनता की जरूरतें नहीं समझती”
इस बार संपादकीय का शीर्षक ‘शांति बनाए रखने के लिए सरकार की भूमिका’ है। इसमें विजयन सरकार के प्रति असंतोष को जाहिर किया गया है। इसमें कई अहम मुद्दों के बारे में बात की गई है। जैसे कि विजयन सरकार की जनता से दूरी, विझिंजम बंदरगाह को लेकर प्रदर्शन, बफर जोन और बैक डोर नियुक्तियां ने शासन पर गंभीर सेंध लगाई है। इसमें साफ-साफ कहा गया है कि विजयन सरकार द्वारा लिए जा रहे फैसले लोगों के मन में अशांति पैदा कर रही है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि फैसला लेने वाले यहां के लोगों की जरूरतों को नहीं समझ सके हैं।
साथ ही प्रकाशन के अंत में कहा गया है कि चीजों को बदलना बहुत ही जरूरी है वरना जो ‘नए केरल’ का सपना देखा गया है वो सपना बनकर ही रह जाएगा।