चीन (China) इन दिनों भीषण सुखाड़ का सामना कर रहा है। चीन का दक्षिणी और पश्चिमी हिस्सा तापमान के बढ़ने से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जहां कुछ दिन पहले तक लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे थे, वहीं अब जल प्रलय आने वाला है। चीन के इन हिस्सों में अब मूसलाधार बारिश और बाढ़ का अलर्ट घोषित किया गया है। साथ ही इस संकट से निपटने के लिए सरकार ने तैयारी तेज कर दी है।

चीन में भारी बारिश और बाढ़ का खतरा
बता दें कि चोंगकिंग के विशाल Manufacturing केंद्र और सिचुआन प्रांत के आस-पास के इलाकों में भारी बिजली की कमी के कारण एयर कंडीशनिंग के भारी उपयोग और जलाशय के स्तर में गिरावट आई है। जानकारी के अनुसार, इन हिस्सों में बारिश रविवार को शुरू हुई और मंगलवार तक बढ़ने का अनुमान है। चीन की सरकार ने स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे सिचुआन और चोंगकिंग में एक आपातकालीन बाढ़-निवारण प्रतिक्रिया शुरू की।
राष्ट्रीय सूखा आपातकाल हुआ था घोषित
इस महीने की शुरुआत में, सरकार ने राष्ट्रीय सूखा आपातकाल (National Drought Emergency) घोषित किया था। दक्षिणी चीन के कई हिस्सों में पिछले कुछ हफ्तों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक देखा गया, जिसे व्यापक रूप से 1961 में सरकार द्वारा सूचनाओं का संकलन शुरू करने के बाद से सबसे गर्म अवधि माना जाता है। चोंगकिंग में करीब तीन हफ्तों से बारिश नहीं हुई थी और प्रमुख वैश्विक कंपनियों के कारखानों से उत्पादन में कमी, बिजली की समस्या उत्पन्न होने लगी थी है।
अत्याधिक गर्मी से कई शहर प्रभावित
सूखे के अलावा अत्याधिक गर्मी ने भी कई शहरों और इलाकों के आसपास की फसलों प्रभावित किया। इस दौरान, सोशल मीडिया पर चीन से सूखी झीलें और सूखी नदियों की तस्वीरें सामने आई। चोंगकिंग और सिचुआन जंगल की आग से भी जूझ चुके हैं। सिचुआन बेसिन के पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों और पश्चिमी और उत्तरी चोंगकिंग में सोमवार और मंगलवार की मूसलाधार बारिश का अनुमान है। चीन में भीषण सुखाड़ से अब तक सबसे बड़ी नदी यांग्त्जी नदी सहित 66 अन्य नदियं सूख गई हैं।
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