इलाहाबाद केंद्रीय विश्ववविद्यालय ने फूड टेक्नोलाजी पाठ्यक्रम को अपडेट करते हुए पंचवर्षीय पाठ्यक्रम तैयार किया है। नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुसार तैयार किए गए इस पाठ्यक्रम में सत्र 2023-24 से एडमिशन छात्र और छात्राएं ले सकेंगे। विश्वविद्यालय में एडमिशन परास्नातक प्रवेश परीक्षा (पीजीएटी) या संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (सीयूईटी) के जरिए होगा। इलाहाबाद विश्वविद्यालय इसपर निर्णय बाद में लेगा।
चार वर्ष में मिलेगी बीएससी आनर्स विद रिसर्च की डिग्री : इलाहाबाद विश्वविद्यालय के इस पांच वर्षीय पाठ्यक्रम का नाम बीएससी-एमएससी फूड टेक्नोलाजी रखा गया है। पहले वर्ष की पढ़ाई पूरी करने पर प्रमाणपत्र और दूसरे वर्ष की पढ़ाई पूरी करने पर डिप्लोमा की उपाधि मिलेगी। तीसरे वर्ष बीएससी और चौथे वर्ष बीएससी आनर्स विद रिसर्च और पांचवे वर्ष में बीएससी-एमएससी फूड टेक्नोलाजी की डिग्री मिलेगी। फूड टेक्नोलाजी विभाग की समन्वयक प्रो. नीलम यादव ने बताया कि डिप्लोमा करने के बाद ही छात्रों को फूड इंडस्ट्री में सुपरवाइजर,लैब टेक्नीशियन सहित विभिन्न पदों पर नौकरी मिल सकती है।
विद्यार्थियों को ये जानकारी भी काम आएगी : पंच वर्षीय पाठ्यक्रम में 50 सीटें होंगी। इसमें 12वीं में विज्ञान, जीव विज्ञान और गणित विषय से उत्तीर्ण विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा। गणित विषय वाले छात्रों ने इस पाठ्यक्रम में बायोलाजी का प्रश्नपत्र अतिरिक्त होगा, ताकि वह जीव विज्ञान के बारे में भी जान सकें। बीच में पढ़ाई छोडऩे के बाद छात्र फिर से उसी पाठयक्रम के अगले चरण में प्रवेश ले सकेंगे।
फूड टेक्नाेलाजी की समन्वयक बोलीं- नई शिक्षा नीति के तहत पाठ्यक्रम तैयार किया गया है : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फूड टेक्नालाजी की समन्वयक प्रो. नीलम यादव ने बताया कि नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुसार यह पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। फूड इंडस्ट्री में रोजगार के लिए अ