एक ओर जहां इंटरनेट मीडिया वाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि का दुरुपयोग हो रहा है तो वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इसका सकारात्मक उपयोग कर समाज को आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। नवीन प्राथमिक शाला सिरगिट्टी के शिक्षक योगेश करंजगांवकर ने इंटरनेट मीडिया के जरिए लोगों से मदद की अपील की। इसमें देश-विदेश से लोगों ने खुले दिल से सहयोग किया। सिंगापुर व जापान से बच्चों के लिए शिक्षा सामग्री पहुंची।
शिक्षण सत्र 2022-23 प्रारंभ हो चुका है। जिले के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ाई जारी है। नवीन प्राथमिक शाला सिरगिट्टी में पढ़ने वाले ज्यादातर बच्चे गरीब, मजदूर परिवार से हैं। जिनके पास सुविधाओं का अभाव है। आर्थिक तंगी के कारण बच्चे शिक्षा सामग्री तक नहीं खरीद पाते। शिक्षक योगेश ने सामुदायिक सहभागिता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करते हुए अपने शाला के बधाो के लिए इंटरनेट मीडिया के माध्यम से समाज से सहयोग मांगा।
बच्चों को उनके विषयानुसार कापी, पेन, सीस, रबर, कटर, मास्क, पहाड़ा पुस्तक, बेल्ट, टाई, हेयरबेन, रिबिन, पानी बोतल आदि एकत्र कर किया। ग्रीष्मकालीन अवकाश में एक ओर जहां सभी शिक्षक छुट्टियों में पर्यटन स्थलों व परिवार संग मौज मस्ती में व्यस्त थे तो वहीं योगेश समाज के दानदाताओं, रिश्तेदारों, मित्रों से, व्यक्तिगत, वाट्सएप, फोन आदि के माध्यम से संपर्क कर बच्चों के लिए सहयोग मांग रहे थे। शाला के बच्चों की पढ़ाई निरंतर जारी रखने कड़ा परिश्रम किया।
इसमें सहयोग के लिए सहायक संचालक संदीप चोपड़े सहित दीपक, श्रीकांत मोहरे, सुनीता चोपड़े, लता गुप्ता बिलासपुर, जयंत भाकरे, अपेक्षा बेहरे रायपुर, जोला पांडे राजस्थान, स्वरूप मुंबई, अमोल खानखोजे बेंगलुरु, राजेश पंडित सूरत, अनंत जीयू एस, नमिता दीक्षित तिवारी सिंगापुर तथा विकास सिंह जापान द्वारा सहयोग प्रदान किया गया। बच्चे पढ़ने लिखने से संबंधित सामग्री पाकर बहुत खुश हुए। इस अवसर पर शाला के प्रधानपाठक एवं सभी शिक्षक उपस्थित थे।
सरकारी स्कूलों को करें दान
शिक्षक योगेश ने समाज के उन सभी लोगों से अपील किया कि वे सरकारी स्कूलों के बच्चों को आगे बढ़ाने में योगदान दें। सरकार अपना काम कर रही है। लेकिन समाज का भी दायित्व है कि गुणवत्ता युक्त शिक्षा की दिशा में बच्चों का मनोबल बढ़ाएं। आज शाला के 200 बधाो के लिए समाज से सामग्री एकत्रित की गई।