भारत की केंद्रीय बैंक आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने कहा कि जल्द ही सुरक्षित डिजिटल लेंडिंग सुनिश्चित करने के लिए नियमों को अनवील किया जाएगा। शक्तिकांत दास ने कहा कि ब्लॉकचेन प्लेयर्स को रेग्युलेट करने के लिए ग्लोबल को-ऑर्डिनेशन की आवश्यकता है। वहीं, गवर्नर ने जबरन लोन वसूली करने वालों का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के लिए भी सख्त नियम लाया जाएगा, जो जबरन कर्ज वसूली करते हैं।
कठोर तरीके से वसूली रोकने के लिए आएंगे सख्त नियम
शक्तिकांत दास ने कहा कि लोन वसूल करने के लिए एजेंट कठोर तरीकों का उपयोग कर रहे हैं। लोन वसूली के लिए एजेंट गलत समय फोन कर रहे हैं और अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो अस्वीकार्य है। दास ने कहा कि आरबीआई की ओर से आश्वासन दिया गया है। ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए ऐसी घटनाओं पर हम गंभीर तरीके से ध्यान भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह की ज्यादातर घटनाएं अनियमित संस्थाओं से होती हैं। केंद्रीय बैंक को आरबीआई द्वारा रेग्युलेटेड संस्थाओं द्वारा इस्तेमाल की जा रही इस तरह की रणनीति का पता चला है, जिसके बाद सभी प्लेयर्स से इस पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया है।
जबरन वसूली के कारण कई उधारकर्ताओं ने की आत्महत्या
यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब एजेंटों द्वारा कठोर वसूली प्रथाओं के कारण कई उधारकर्ताओं द्वारा आत्महत्या के आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक प्रणालीगत चुनौतियों को नियंत्रित करने की कोशिश करते हुए नवाचार को बढ़ावा देने के लिए अपनी भूमिका जारी रखेगा, उन्होंने कहा कि आरबीआई जल्द ही डिजिटल लोन पर एक डिस्कशन पेपर लेकर आएगा।
महंगाई पर क्या बोले गवर्नर
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने महंगाई पर बोलते हुए कहा कि महामारी के दौरान हाई इन्फ्लेशन को सहन करना एक आवश्यकता थी, जिसे नियंत्रित करने के लिए अब हम उचित कार्य कर रहे हैं। दास ने कहा, ”उच्च मुद्रास्फीति की सहनशीलता एक आवश्यकता थी और हम अपने फैसले पर कायम हैं।”