पूर्वांचल में मौसम का रुख लगातार बदलाव की ओर होने के साथ ही उमस का दौर भी खूब हो रहा है। माना जा रहा है कि जल्द ही उत्तर भारत में भी मौसम का रुख भी बदलने वाला है। पूर्वांचल में लोकल हीटिंग के साथ ही पर्याप्त नमी का असर मिला तो बादल बूंदाबांदी भी खूब करा सकते हैं। माना जा रहा है कि आने वाले कुछ घंटों में पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता का रुख हो सकता है। इस लिहाज से मौसम विभाग ने पूर्व में ही अंदेशा जाहिर किया है। जबकि, आने वाले कुछ दिनों में गर्मी का असर बना रह सकता है।
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक रहा। न्यूनतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा। आर्द्रता अधिकतम 60 फीसद और न्यूनतम 26 फीसद दर्ज की गई। मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार बिहार और आसपास के क्षेत्रों में लोकल हीटिंग के बाद वातावरण से नमी मिलने के बाद बादलों की सक्रियता का दौर बना हुआ है। माना जा रहा है कि अब जल्द ही उत्तर भारत में प्री मानसूनी सक्रियता का दौर भी शुरू हो जाएगा।
इस माह सीजन में तापमान सर्वाधिक दर्ज किया गया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में भी लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है। इसकी वजह से वातावरण में गर्मी और उमस के साथ ही वातावरण में नमी में इजाफा होने पर बादलों की सक्रियता का रुख हो सकता है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में धूल भरी आंधी और बूंदाबांदी के साथ ही बादल गरज चमक के साथ बारिश भी करा सकते हैं।
मौसम विभाग की ओर से सप्ताह भर में मानसून देश में सक्रिय होने की उम्मीद जताई गई है। अंडमान निकोबार में मानसूनी बादलों की सक्रियता होने के बाद पखवारे भर में यह समुद्र तटीय इलाकों में भी दस्तक दे देगा। मौसम विभाग की ओर से इस बाबत पूर्व में ही अनुमान जाहिर किया जा चुका है कि इस बार भी मानसून तय समय के कुछ दिन पूर्व आ सकता है। बीते वर्ष मानसून ने 13 जून को ही वाराणसी से लेकर लखनऊ तक दस्तक दे दिया था। इस लिहाज से अब मानसूनी सक्रियता का रुख आने के बाद ही गर्मी और उमस में कुछ राहत की उम्मीद है। तब तक प्री मानसूनी सक्रियता होने के बाद ही मौसम का रुख बदलेगा।