राजस्थान की बेटी आशा झंझाड़िया माउंट एवरेस्ट को फतह करने जा रही हैं. वे दो राउंड क्वालीफाई कर चुकी हैं और अप्रैल माह में एवरेस्ट फतह करने जा रही हैं, लेकिन रास्ते में रोड़ा आर्थिक तंगी बन रही है.
आशा ने बताया कि उनको इस कारनामे को कर दिखाने में लगभग 30 लाख रुपए की मोटी रकम की आवश्यता है, जोकि आशा के पास नहीं है. इसके लिए आशा ने राजस्थान सरकार से मदद की गुहार लगाई है.
यूं तो आशा झांझड़िया कोटकासिम स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जीएनएम के पद पर कार्यरत हैं. आशा के पति अजय हरियाणा पुलिस में रेवाड़ी के धारूहेड़ा थाने में तैनात हैं, लेकिन दोनों मिलकर भी इस मोटी रकम का जुगाड़ नहीं कर पा रहे हैं.
आशा का कहना है कि राजस्थान की वह पहली बेटी हैं जो की एवरेस्ट को फतह करने जा रही हैं, लेकिन भारी भरकम लागत के चलते उम्मीदों को ग्रहण लग रहा है.
आपको बता दें कि आशा राजस्थान के झुंझुनू जिले के घरड़ाना में जन्मी हैं. उन्होंने गांव में ही शादी से पहले अपनी पढ़ाई पूरी की और एएनएम बनी आशा की शादी हरियाणा के अजय से हुई. आशा के दो बच्चे हैं. बेटी 12वीं में तो बेटा 8वीं में अध्यनरत है. आशा अपनी ड्यूटी के बाद अपनी प्रेक्टिस करती हैं.
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उधर, पति अजय का कहना है कि वो भी अपने स्तर पर पत्नी के सपने को साकार करने के प्रयास में जुटे हुए हैं. अगर सरकार से कोई मदद नहीं मिलती है तो वे खुद कोई जुगाड़ करेंगे और एवरेस्ट फतह करा कर ही दम लेंगे.
आशा ने बताया कि उनको यह जूनून अमरनाथ यात्रा के दौरान आया. अब जिसको अपने जीवन का एक बड़ा लक्ष्य बना लिया है. उम्मीद है कि अगर सरकार की ओर से मदद का हाथ बढ़ाया जाता है तो इस बड़े कारनामे को कर दिखाने में देर नहीं लगेगी.