एटीएस ने बुधवार को लखनऊ के वजीरगंज क्षेत्र में छापेमारी कर एक ई-रिक्शा चालक को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि घटना की कवरेज करने गए मीडिया कर्मियों के साथ ई-रिक्शा चालक के परिवारीजनों और पड़ोसियों के साथ हाथापाई भी की और उनका कैमरा तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि एटीएस ने ई-रिक्शा चालक शकील को आतंकी मिन्हाज से फोन पर हुई बातचीत को लेकर पूछताछ के लिए उठाया है।
एक साल पहले शुरू हुई थी शकील की मिन्हाज से बातचीत: सूचना के मुताबिक वजीरगंज क्षेत्र स्थित जनता नगर कालोनी में सुबह नौ बजे करीब एटीएस की छापेमारी की। एटीएस ने ई-रिक्शा चालक शकील को हिरासत में ले लिया। जिसके बाद शकील के घरवालों और पड़ोसियों ने कवरेज करने पहुंचे मीडिया कर्मियों से फोटो खींचने पर जमकर हाथापाई की। कैमरा तोड़ा और जमकर हंगामा किया। वहीं हालात संभालने मौके पर वजीरगंज पुलिस भी पहुंची। सूचना के मुताबिक एटीएस ने शकील को आतंकी मिन्हाज से फोन पर हुई बातचीत के आधार पर उठाया है। मिन्हाज से शकील ने ई रिक्शा की बैटरी को लेकर एक साल पहले बातचीत शुरू हुई थी। शकील चार भाई हैं। दो साल पहले ही शकील की शादी हुई थी।
बता दें कि दुबग्गा बेगरिया स्थित एक घर में एटीएस ने रविवार 11 जुलाई की सुबह गोपनीय तरीके से आतंकियों के ठिकाने की घेराबंदी की थी। इसके बाद आसपास के मकानों को खाली कराया और तीन घरों में छापेमारी कर आतंकी मिहनाज और उसका दाहिना हाथ शाहिद को दबोचा था। ई-रिक्शा चालक को उठाने के पीछे एटीएस की पूछताछ मानी जा रही है।
अब तक की छानबीन में लखनऊ, कानपुर, संभल, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर व कुछ अन्य जिलों के निवासी ऐसे युवकों की जानकारी भी मिली है, जो मिनहाज के लगातार संपर्क में थे। इन्हें मिनहाज अक्सर इंटरनेट मीडिया के जरिये संदेश भेजा करता था। इन संदेशों से किस षड्यंत्र का तानाबाना बुना जा रहा था, इसका पता लगाना भी बेहद अहम है।