समय की तरह बॉडी के एजिंग प्रोसेस को रोक पाना किसी के बस में नहीं है. हालांकि वैज्ञानिक कहते हैं कि दुनिया में ऐसी कई तरकीब हैं जो न सिर्फ इंसान का जीवन लंबा करती हैं, बल्कि आप वास्तविक उम्र से छोटे भी नजर आते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, इन नुस्खों को अपनाने के बाद कोई भी व्यक्ति आपकी सही उम्र का अंदाजा नहीं लगा पाएगा और आप लगभग 10 साल छोटे नजर आएंगे.
हाथों पर सनस्क्रीन– मियामी बोर्ड सर्टिफाइड डर्मटालॉजिस्ट ऐनी गोन्जाल्स कहती हैं कि सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रा वॉयलेट किरणें ही त्वचा में झुर्रियों, खुरदरापन या दाग-धब्बों के लिए जिम्मेदार होती हैं. इसलिए घर से बाहर निकलते वक्त सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है. कई लोग चेहरे पर इसका इस्तेमाल करना कभी नहीं भूलते हैं. यही कारण है कि उनका चेहरा तो जवां दिखता है, लेकिन हाथों की बेजान त्वचा सारे राज खोल देती है. इसलिए आपको हाथों पर भी इसका इस्तेमाल करना चाहिए.
एंटी एजिंग फूड– न्यूयॉर्क की एक जानी-मानी डर्मटालॉजिस्ट डेब्रा जलीमन कहती हैं कि खाने की कई अलग-अलग चीजों में एंटी एजिंग के गुण पाए जाते हैं. फलों में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स हमारी त्वचा पर निखार लाने का काम करते हैं. अनार, ब्लूबैरी, गोजी बैरी, ब्लैक बैरी और क्रैनबैरी जैसे फल इस मामले में सबसे बेहतर होते हैं. साथ ही साथ हमें पैकेट बंद फूड, प्रोसेस्ड फूड और अत्यधिक शुगर का सेवन करने से भी बचना चाहिए.
पर्याप्त नींद– न्यूयॉर्क के ही प्रसिद्ध गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट निकेत सोनपाल नींद को एंटी एजिंग का सबसे अच्छा इलाज मानते हैं. सूर्य की किरणों से स्किन पर पड़ने वाले तनाव से रिकवर होने के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है. कम सोने से आंखों के नीचे डार्क सर्किल, चेहरे पर झुर्रियां और आंखों में सूजन की समस्या आने लगती है. ये सभी बातें आपको उम्रदराज बनाने के लिए काफी हैं. वैज्ञानिक कहते हैं कि निद्रा अवस्था में हमारी बॉडी खुद को सही ढंग से रिकवर कर पाती है और हम ज्यादा जवां दिखाई देते हैं.
तीन खास विटामिन– सर्टिफाइड डर्मटालॉजिस्ट स्टेसी शिमेंटो कहती हैं कि एंटी एंजिंग की समस्या से बचने के लिए ABC का फॉर्मूला हमेशा याद रखें. A यानी एजिंग के लक्षणों से बचने के लिए Antioxidants का इस्तेमाल करें. B यानी सूर्य से निकलने वाली UVA/B किरणों से बचने के लिए नियमित रूप से सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. और C यानी डैमेज स्किन में जान फूंकने के लिए विटामिन-C का इस्तेमाल करें.
हरी सब्जियां– डॉ. शिमेंटो का ये भी कहना है कि एक अच्छी डाइट के जरिए भी स्किन को हेल्दी रखा जा सकता है. हमें अपनी डाइट में फलों के साथ-साथ हरी सब्जियों को भी शामिल करना चाहिए. हमें खाने में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो हेल्दी कोलेजन, फ्री रेडिकल्स, सन डैमेज और इन्फ्लेमेटरी से जुड़ी समस्याओं को दूर करने का काम करें.
बॉडी का सही पोश्चर– न्यूयॉर्क के ऑर्थियोपेडिक सर्जन ग्बोलाहम ओकुबदेजो कहते हैं कि बॉडी के सही पोश्चर के साथ इंसान ज्यादा लंबा, पतला और जवां नजर आता है. उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोग अपना समय कुर्सी, डेस्क, फोन या फिर स्मार्ट गैजेट के साथ बिताते हैं और इनके लगातार प्रयोग से हमारा शरीर झुकने लगता है. इन सब चीजों का इस्तेमाल करते वक्त हमारी बॉडी का पोश्चर सही होना बहुत जरूरी है.
मुस्कुराहट– कोलंबिया यूनिवर्सिटी की फैकल्टी मेंबर और न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट सनम हफीज कहती हैं कि इंसान की मुस्कुराहट उसकी बढ़ती उम्र को छिपाने का सबसे बेहतरीन फॉर्मूला है. उन्होंने बताया कि ज्यादा मुस्कुराने वाले लोग अपनी वास्तविक उम्र से काफी छोटे दिखाई देते हैं. एक सच्ची मुस्कान आपको युवा के रूप प्रदर्शित करती है. हंसने से इंसान के चेहरे पर ग्लो आता है, जबकि ज्यादा गुस्सा करने वाले लोग वास्तविक उम्र से ज्यादा बड़े नजर आते हैं.
एक्सरसाइज– न्यूयॉर्क की एक सर्टिफाइड फिटनेस ट्रेनर जेसिका मजुको कहती हैं कि इंसान कि चाल से भी उसकी उम्र के बारे में काफी कुछ पता किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि नियमित रूप से एक्सराइज करने वालों में एंटी एजिंग की समस्या को काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है. वर्कआउट करने से आपको न सिर्फ एक हेल्दी स्किन मिलती है, बल्कि बॉडी को एक परफेक्ट पोश्चर भी मिलता है.
बॉडी रखें हाइड्रेट– डॉ. शिमेंटों ने बताया कि इंसान के दमकते चेहरे के पीछे बॉडी का हाइड्रेशन लेवल बेहतर होना भी एक वजह है. हमारी स्किन का PH लेवल बैलेंस होना बहुत जरूरी है. डीहाइड्रेट स्किन में ही कील, मुहासे और रैशेज जैसी इन्फ्लेमेटरी समस्या सबसे ज्यादा देखी जाती है. इसलिए शरीर में पानी की कमी बिल्कुल न होने दें और बॉडी को हाइड्रेट रखें.