पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधानसभा हलका पूर्वी से विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के आह्वान पर मंगलवार को होली सिटी स्थित उनकी कोठी पर बेटी राबिया सिद्धू ने काला झंडा लगाकर कृषि सुधार कानूनों का विरोध किया। सुबह साढ़े नौ बजे छत पर काला झंडा लगा बोले सो निहाल, सतश्री अकाल के जयकारे लगाते हुए राबिया ने किसानों के पक्ष में हुंकार भरी। हालांकि राबिया ने मीडिया से दूरी बनाए रखी और इस बाबत किसी से बात नहीं की।
सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर सिद्धू ने घोषणा की थी कि केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानूनों के विरोध में वह मंगलवार को अपने अमृतसर और पटियाला के घरों पर काला झंडा लगाएंगे। सिद्धू ने कहा था कि जब तक केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती, वह किसान आंदोलन का समर्थन करेंगे। 26 मई को संयुक्त किसान मोर्चा ने तीन कृषि कानूनों के खिलाफ काला दिवस मनाने का एलान किया है।
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अमृतसर। पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा है कि सरकार जनता को महंगाई की महामारी से बचाएं। उन्होंने कहा कि जनता को एक तो महामारी के कहर ने परेशान कर रखा है, व्यापार, दुकानें सब बंद हैं, रोटी का संकट पड़ा है। ऐसी हालत में महंगाई ने जनता की कमर तोड़कर रख दी है। एक महीने में कम से कम बीस बार पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ गए हैं। तेल के भाव बढ़ने से हर चीज महंगी हो जाती है। केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार क्या जानती है कि गरीब तेल खाकर ही गुजारा कर लेता है और आज खाने के तेल भी इतने महंगे हो गए हैं कि गरीब आदमी की तेल तक पहुंच नहीं। दालें पहले ही बहुत महंगी हैं। गरीब आदमी के पास कमाई नहीं, परिवारों का पालन पोषण कैसे करना है इसकी चिंता किसी भी सरकार को नहीं है। पंजाब के अधिकतर विधायक आज की जनता की तकलीफें भूलकर 2022 के चुनाव के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। यह नहीं सोचते कि यह महामारी 2022 तक देश की जनता की क्या हालत कर देगी।