गुजरात सरकार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में ही कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा रेमडेसिविर की आपूर्ति करने से साफ इनकार किया है। विजय रूपाणी सरकार ने बुधवार को कहा कि उसने सरकारी और निजी अस्पतालों में कोरोना रोगियों और राज्य में गंभीर लक्षणों वाले मरीजों को प्रतिदिन एंटीवायरल दवा रेमेडिसविर के लगभग 25000 इंजेक्शन उपलब्ध कराए हैं।
विजय रूपाणी सरकार का बयान तब आया, जब उत्तर प्रदेश सरकार ने गुजरात से रेमेडिसविर की 25,000 यूनिट्स लाने के लिए अहमदाबाद में सरकारी विमान भेजा। मुख्यमंत्री कार्यालय से किए गए ट्वीट के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद से 25,000 रेमडेसिविर की तत्काल उपलब्धता के आदेश स्वास्थ्य विभाग को दिए। मुख्यमंत्री के आदेशानुसार स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी राजकीय वायुयान से बुधवार शाम तक अहमदाबाद से रेमडेसिविर इंजेक्शन ले आएंगे। बता दें कि बुधवार को ही दवा की खेप लखनऊ पहुंच गई। इस बीच, गुजरात सरकार ने इस बात से इनकार किया है कि राज्य भाजपा शासित राज्यों में ही रेमडेसिविर दवा का स्टॉक भेज रहा है।
गुजरात के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि गुजरात केवल भाजपा शासित राज्यों में ही रेमडेसिविर दवा भेज रहा है। उन्होंने कहा कि मैं साफ कर दूं कि ये रिपोर्ट पूरी तरह निराधार और असत्य हैं। एक अंग्रेजी समाचार पत्र के मुताबिक, गुजरात के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री नितिन पटेल ने कहा कि यह निर्माता या आपूर्तिकर्ता के साथ निविदा के आधार पर होता है। कंपनी ने दिया होगा, गुजरात सरकार ने कोई स्टॉक नहीं भेजा है। हम किसी भी राज्य को रेमडेसिविर दवा नहीं भेज रहे हैं। हर दिन सरकारी स्टॉक (गुजरात मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड के माध्यम से खरीद) को लगभग 20,000 यूनिट्स की सप्लाई मिलती है। यह खुले बाजार के स्टॉक से अलग है।
इस बीच सूरत में भाजपा कार्यालय पर शनिवार से मुफ्त रेमेडिसविर इंजेक्शन वितरण रोक दिया गा है। बताया गया कि ‘स्टॉक की कमी’ के चलते ऐसा किया गया। पार्टी के गुजरात प्रमुख सीआर पाटिल ने जाइडस कैडिला से मिली 5,000 खुराकें वितरित करने का वादा किया था, लेकिन पार्टी ने सोमवार तक 3,000 खुराकें वितरित की थीं।
सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन का पूरे भारत में कुछ चुनिंदा कंपनियां ही प्रोडक्शन करती हैं, लेकिन कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के चलते राज्य सरकार की तरफ से इसकी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने का लगातार प्रयास किया गया है। विजय रूपाणी ने कहा कि इसकी मांग तेजी के साथ बढ़ी है। फिलहाल में रोज दर रोज 25 हजार रोजाना इंजेक्शन का उपयोग करवाते हैं। इसके बावजूद कोई समस्या ना आए इसके लिए असम, महाराष्ट्र समेत कई जगहों पर इंतजाम करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां पर रेमडेसिविर का प्रोडक्शन होता है, उसका हमने इंतजाम किया है।