नव्य अयोध्या के लिए 1194 एकड़ जमीन अधिग्रहीत की जानी है। यहां विभिन्न मठ व आश्रमों के लिए भूखंड उपलब्ध कराने की तैयारी है। इसको लेकर बाली जी व वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने संपर्क साधा है। ये नव्य अयोध्या में आश्रम आदि बनाना चाहते हैं। इसी तरह अन्य कई पंथ-संप्रदाय के धर्मगुरुओं द्वारा जमीन की मांग की जा रही है।
राममंदिर निर्माण के साथ अयोध्या के समग्र विकास को लेकर प्रदेश सरकार लगातार नई योजनाएं ला रही है। ऐसे में प्रस्तावित नव्य अयोध्या टाउनशिप में देश के विभिन्न मठ-आश्रमों के लिये भी भूखंड उपलब्ध कराए जाने पर विचार किया जा रहा है।
जिसके लिये तिरुपति बालाजी, वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड व मीनाक्षी मंदिर ट्रस्ट ने रुचि जताई है। यहीं नहीं सूत्रों के अनुसार बाबा रामदेव ने भी योगाश्रम स्थापना के लिए रुचि जताई है। होटल, धर्मशाला आदि के लिए देश के कई बड़े समूहों ने जिला प्रशासन से संपर्क साधा है। हालांकि अभी तक किसी को भी इस योजना के लिए अनुमति नहीं मिली है।
अभी शासन-प्रशासन जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई में लगा हुआ है। इस योजना के लिए तीन गांवों मांझा बरहटा, शाहनेवाजपुर, तिहुरा मांझा की कुल 1194 एकड़ भूमि अधिग्रहीत की जानी है। आवास विकास विभाग द्वारा योजना को लेकर आपत्ति भी मांगी गई थी। अब तक तीनों गांवों के लिए करीब डेढ़ सौ लोगों ने अपनी आपत्ति दाखिल की है। जिसका निस्तारण प्रशासन की टीम स्थलीय निरीक्षण के आधार पर कर रही है।