पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं की बेहतर देखभाल और समुचित पोषण के उद्देश्य से शुरू की गई प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) में उत्तर प्रदेश ने 12 मार्च को नया कीर्तिमान गढ़ दिया है। यूपी एक करोड़ महिलाओं का पंजीकरण कराने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। 2017 में शुरू हुई इस योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने वाली व धात्री महिला को तीन किस्तों में 5000 रुपये दिए जाते हैं।
योजना के राज्य नोडल अधिकारी राजेश बांगिया ने बताया कि वर्ष 2017 से 2020 के दौरान 7185847 पंजीकरण हुए, जबकि 2020-21 के दौरान 2822605 पंजीकरण कर प्रदेश 10008452 का आंकड़ा पार कर गया। कोरोना काल में कई योजनाएं प्रभावित हुईं, पर इसमें पंजीकरण बराबर होते रहे।
उन्होंने बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृ-शिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कापी जरूरी है।
प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह महीने बाद दूसरी किस्त के 2000 रुपये, बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और प्रथम चक्र का टीकाकरण होने पर धात्री को 2000 रुपये तीसरी किस्त के रूप में खाते में जाते हैं।