पश्चिम बंगाल में सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नंदीग्राम विधानसभा सीट के लिए बुधवार को हल्दिया के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट के ऑफिस में अपना नामांकन दाखिल किया। नंदीग्राम सीट पर ममता बनर्जी के सामने सुवेंदु अधिकारी हैं, जो हाल ही में टीएमसी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए हैं।
नंदीग्राम को सुवेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है, लेकिन ममता बनर्जी ने उन्हें चुनौती देने के लिए इसी सीट से अपना नामांकन किया है। नामांकन दाखिल करते समय ममता बनर्जी ने अपने शपथ पत्र में अपनी संपत्ति का भी खुलासा किया।
चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक, ममता बनर्जी के पास एक लाख रुपए से भी कम कैश है। इसके अलावा उनके नाम पर कोई घर, मकान या कार नहीं है। ममता ने शपथ पत्र में बताया कि उनके पास 69255 रुपए कैश और करीब 18 लाख, 82 हजार रुपए की अचल संपत्ति है। उनके पास एक नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और कुछ बैंकों में खाते भी हैं। इनके अलावा चल संपत्ति में ममता के पास 9 ग्राम और 750 मिलीग्राम के कुछ गहने हैं।
ममता बनर्जी के पास खेती या व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए कोई जमीन नहीं है। शपथ पत्र में ममता बनर्जी ने बताया कि साल 2019-20 में उनकी कुल इनकम 10 लाख, 34 हजार, 360 रुपए रही। हालांकि साल 2018-19 में उनकी सालाना इनकम 20 लाख, 71 हजार, 10 रुपए थी। ममता बनर्जी ने अपने शपथ पत्र में पिछले तीन सालों की सालाना आय का भी खुलासा किया है।
ममता बनर्जी के ऊपर किसी भी तरह का कोई लोन, आयकर, जीएसटी या नगर निगम का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया नहीं है। शपथ पत्र के मुताबिक, ममता बनर्जी ने 1962 में योगेश चंद्र चौधरी कॉलेज से लॉ में ग्रेजुएशन किया है, जो कलकत्ता यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आता है। इसके अलावा उनके पास इस्लामी इतिहास में पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री भी है।