आनंद शर्मा 1950 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब संसद के उच्च सदन में केंद्र शासित प्रदेश का कोई प्रतिनिधि नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में कांग्रेस कमजोर हुई है।
हमारी आवाज पार्टी के उज्जवल सियासी भविष्य के लिए है। नई पीढ़ी को पार्टी से जुड़ना चाहिए। शर्मा ने कहा कि हमने पार्टी के अच्छे दिन देखे हैं। उम्र के इस पड़ाव पर हम पार्टी को कमजोर होते हुए नहीं देखना चाहते।
उन्होंने कहा कि हम गुलाम नबी के साथ हैं। कांग्रेस हमारी पहचान है। हम कांग्रेस की ताकत और एकता में विश्वास करते हैं। आज हम जहां हैं, यहां तक पहुंचने के लिए हम सभी ने बहुत लंबी दूरी तय की है।
तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हमारे बीच कोई भी खिड़की से नहीं आया है, हम सभी दरवाजे से चले हैं। हम छात्रों और युवा आंदोलन के माध्यम से यहां तक आए हैं।