उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. कांग्रेस महासचिव व यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी किसान महापंचायत के जरिए माहौल बना रही हैं तो सूबे के निषाद समुदाय को साधने के लिए प्रयागराज से एक मार्च से नदी अधिकार यात्रा शुरू कर रही हैं. वहीं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव पूर्वांचल के तीन दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे हैं, जिसमें वो संकटमोचन मंदिर, संत रविदास मंदिर में दर्शन करेंगे और महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र से मुलाकात कर राजनीतिक समीकरण साधने की कवायद करेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का तीन दिवसीय पूर्वांचल दौरा गुरुवार को जौनपुर से शुरू हो रहा है. वो जौनपुर के बक्शा थाने में पुलिस हिरासत में मरने वाले किशन यादव के परिजनों से मिलेंगे. इसके बाद मछलीशहर से चार बार विधायक रहे स्व. ज्वाला यादव और सदर से विधायक रहे हाजी अफजाल के शोक संतप्त परिवार से भी मुलाकात करेंगे. सपा अध्यक्ष के दौरे से पार्टी कार्यकर्ता भी जोश में आ गए हैं.
बता दें कि जौनपुर के बक्शा थाना क्षेत्र के चकमिर्जापुर गांव निवासी तिलकधारी यादव के पुत्र किशन उर्फ कृष्ण यादव की पिछले दिनों पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. इस घटना के बाद गुस्साए ग्रामीण सड़क पर उतर आए थे, जिसके चलते पुलिस और पब्लिक के बीच जमकर पथराव हुआ था. ग्रामीणों के गुस्से को देखते हुए पुलिस ने बक्शा एसओ, एसओजी प्रभारी समेत चार पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस दर्ज किया था और सभी आरोपियों को निलंबित कर दिया था.
पुलिस हिरासत में कृष्ण यादव की मौत के मामले को सपा जोर-शोर से उठाने में जुटी है. घटना के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल जांच के लिए भेजा था. मंगलवार को इस मुद्दे को जौनपुर के शाहगंज से सपा विधायक शैलेंद्र यादव ललई ने विधानसभा में भी उठाया था. अब अखिलेश यादव खुद पीड़ित परिजनों से मिलने आ रहे हैं.
जौनपुर से शाम को वापसी करने के बाद अखिलेश यादव वाराणसी के संकटमोचन मंदिर में दर्शन करने के साथ-साथ महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र से भेंट करेंगे. मंहत विश्वम्भरनाथ मिश्र ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सपा प्रमुख उनसे मुलाकात करने और मंदिर में दर्शन करने आ रहे हैं. मिश्र कहते हैं कि अखिलेश यादव ने अपने कार्यकाल में बहुत काम किए हैं, लेकिन उसका प्रचार-प्रसार नहीं कर सके. इतना ही नहीं, महंत कहते हैं कि अखिलेश और उनकी शिक्षा-दीक्षा एक ही जगह से हुई थी.
सपा प्रमुख पूर्वांचल दौरे के अंतिम दिन शनिवार को मिर्जापुर से वापसी के बाद वाराणसी के सीरगोवर्धन में संत रविदास मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे. जयंती पर आयोजित लंगर छकने के बाद वह लखनऊ के लिए रवाना होंगे. इस तरह से संकट मोचन मंदिर के जरिए वह सॉफ्ट हिंदुत्व को सियासी संदेश देने की कोशिश करेंगे तो रविदास मंदिर में दर्शन कर दलित समुदाय के साथ होने का सियासी संदेश देने की भी रणनीति अपनाई है.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव शुक्रवार को मिर्जापुर के दौरे पर रहेंगे, मिर्जापुर के सबरी सत साईं गार्डन में सपा के कार्यक्रम में शामिल होकर वह पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री 27 फरवरी को पूर्वाह्न दस बजे मिर्जापुर से रवाना होकर सीरगोवर्धनपुर स्थित संत रविदास मंदिर पहुंचेंगे. मंदिर में दर्शन पूजन के बाद संत निरंजनदास के दर्शन को मुख्य मंच पर जाएंगे. संत रविदास मंदिर में जाने को सपा की सूबे के दलित समुदाय को साधने की रणनीति मानी जा रही है.