चंपत राय ने विपक्षियों की ओर से चंदाजीवी वाले बयान और चंदे के रुपये से शराब पी जाने के सवाल पर कहा कि ऐसे लोगों को प्रणाम करता हूं. भगवान उनका भला करें. ऐसा बोलने वाले नीचे जा रहे हैं. समाज ऐसे लोगों को त्याग रहा है और त्याग भी देगा. राम मंदिर के लिए दान में आ रही चांदी की ईंट को लेकर उन्होंने कहा कि पूरी चांदी बैंक के लॉकर में रखी है. चांदी की जरूरत अभी नहीं है. चंपत राय ने अब चांदी न देने की अपील करते हुए कहा अभी जरूरत नहीं है, जब होगी तो हम मांग लेंगे.
उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र विश्वनाथ मंदिर से जुड़े मामले में कोई दखल नहीं देगा. चंपत राय ने कहा कि ट्रस्ट दुनिया की समस्या हल करने के लिए नहीं, केवल राम जन्मभूमि के लिए है. समस्याओं को हल करने के लिए समाज है.
पश्चिम बंगाल में चुनावी साल में जय श्रीराम के नारे को लेकर घमासान मचा है. जय श्रीराम का नारा लगाने वालों की हत्या के दावे भी सियासी गलियारों में हो रहे हैं. इन सबसे इतर चंपत राय ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को किसी तरह की कोई समस्या नहीं हो रही. खुद भी तीन दिन में 10 बैठकें कर के आया हूं.
हमें ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली. उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि जय श्री राम का नारा लगाने के कारण हत्या हो रही, ऐसा कहना ठीक नहीं है. हत्या के कई कारण होते हैं. स्थानी मुद्दों के कारण ऐसा होता है. इसे राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय बनाना ठीक नहीं.