तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा है कि सिर्फ मेरी सुरक्षा करने पर संसाधनों को बर्बाद मत करो, सबकी रक्षा करो। मुझे कुछ खास नहीं चाहिए, मैं सुरक्षा नहीं लेती। यदि आप मेरी निगरानी कर रहे हैं, तो रहे हैं तो मुझसे पूछिए, मैं बताऊंगी। भारतीय लोकतंत्र वैसे ही खतरे में है। मुझे यह महसूस मत होने दीजिए कि हम रूस के गुलाग में रह रहे हैं।
बता दें, तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर मांग की है कि बीएसएफ के जवानों को उनके घर के बाहर से वापस बुला लिया जाए। मोइत्रा ने कहा कि उन्होंने कभी ऐसी सुरक्षा की मांग नहीं की है। उन्होंने यह पत्र ट्वीट किया है। इसमें उन्होंने केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती को लेकर सवाल उठाए हैं। आरोप लगाया कि उनके घर के बाहर बीएसएफ की तैनाती कर उनकी जासूसी करवाई जा रही है। उन्होंने मांग की कि ये तैनाती हटाई जाए।
मोइत्रा ने बताया कि दिल्ली के बाराखंभा रोड के एसएचओ 12 फरवरी की शाम करीब साढ़े छह बजे मेरे आवास पर मिलने आए। इसके कुछ देर बाद करीब 10 बजे बीएसएफ के तीन जवानों को घर के बाहर तैनात कर दिया गया। इन सुरक्षाबलों के व्यवहार से लगा कि वे मूवमेंट को नोट कर रहे हैं। इससे मुझे ऐसा लगा कि मैं किसी तरह की निगरानी में हूं। मेरी निजता का अधिकार मेरा मौलिक अधिकार है। मैंने कभी इस तरह की सुरक्षा की कभी मांग नहीं की।