अभिनेता अनुपम खेर ने लिखा, ‘राजीव कपूर के निधन का सुनकर बहुत दुख हुआ। उनके निर्देशन में बनी फिल्म ‘प्रेम ग्रंथ’ में काम किया था। वो एक गुणी डायरेक्टर थे। उनके व्यक्तित्व को करीब से जानने का मौका भी मिला। एक जिंदादिल और खुशमिजाज इंसान थे! प्रभु उनके परिवार वालों को इस दुख से जूझने की ताकत दे।’
साल 1985 में रिलीज हुई सुपरहिट फिल्म राम तेरी गंगा मैली राजीव कपूर एक बार फिर बड़े पर्दे पर नजर आए। इस फिल्म में उनके साथ मंदाकिनी मुख्य किरदार में थीं। हालांकि इस फिल्म में लोगों का पूरा ध्यान मंदाकिनी ने अपनी तरफ खींच लिया और राजीव के करियर में ये फिल्म एक तरह से नुकसानदायक साबित हुई। इस फिल्म की वजह से राजीव के अपने पिता राज कपूर से भी संबंध खराब हो गए।
‘राम तेरी गंगा मैली’ के बाद राजीव कपूर ‘लवर ब्वॉय’, ‘अंगारे’, ‘जलजला’, ‘शुक्रिया’, ‘हम तो चले परदेस’ जैसी फिल्मों में दिखे तो पर उनकी फिल्में चली नहीं। धीरे-धीरे वे फिल्मों से गायब होते गए।