केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि अफवाह फैलाना प्रेस स्वतंत्रता नहीं है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की कुछ जगहों पर गलत रिपोर्टिंग का उदाहरण देते हुए कहा, मीडिया की आजादी जरूरी है लेकिन इसके लिए मीडिया को अपनी जिम्मेदारी भी समझनी होगी।
जावड़ेकर ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, सूचना प्रसारण मंत्री के तौर पर मैं हमेशा मीडिया की स्वतंत्रता के पक्ष में रहा हूं। मीडिया सदैव स्वतंत्र और मुक्त रही भी है। लेकिन जरूरी है कि मीडिया भी अपनी जिम्मेदारी को समझे। उन्होंने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा का उदाहरण दिया।
जिसमें एक रिपोर्टर ने ट्वीट किया था कि ट्रैक्टर रैली के दौरान मारे गए किसान की मौत पुलिस की गोली से हुई, जबकि सच कुछ और था। जावड़ेकर ने कहा, इस तरह की गतिविधियां ही देश की शांती को प्रभावित करती है। अफवाह फैलाना किसी हाल में प्रेस की स्वतंत्रता का हिस्सा नहीं है।
उन्होंने मीडिया को सभी तथ्यों व टिप्पणियों को जांचने की सलाह दी। इसी तरह टूल किट मामले में मंत्री ने कहा, हमें पूरी योजना का पता चल चुका है। ये संगठन भारत का नाम खराब करने की साजिश कर रहे थे। इनका पूरा डाटा सरकार को मिल चुका है। जावड़ेकर ने कहा, भारत एक सशक्त राष्ट्र है और इस तरह की साजिश से उसका बाल भी बांका नहीं किया जा सकता।