पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश अब आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, ऐसे में हर किसी का ध्यान देश की ओर कुछ करने के लिए होना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा कि संकट के वक्त में दुनिया की नजर भारत पर है. पीएम मोदी ने इस दौरान मैथिलीशरण गुप्त की कविता ‘अवसर तेरे लिए खड़ा है, फिर भी तू चुपचाप पड़ा है’ भी सदन में पढ़ी. पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में वो जरूर लिखते कि ‘’…अरे भारत, आत्मनिर्भरता के पथ पर दौड.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा में संबोधन दे रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया एक बड़े संकट से जूझ रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अच्छा होता विपक्ष राष्ट्रपति का भाषण सुनता, लेकिन उनके भाषण का प्रभाव इतना है कि विपक्ष बिना कुछ सुने भी इतना कुछ उनके भाषण पर बोल पाया है.