कई दिनों तक शांति रहने के बाद गुरुवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल के दाम में 35-35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है. दिल्ली में पेट्रोल 86.65 रुपये लीटर हो गया है. इसी तरह एलपीजी सिलिंडर के दाम 25 रुपये बढ़ गए हैं.
गौरतलब है कि बजट में पेट्रोल और डीजल पर कृषि इन्फ्रा सेस लगा दिया गया है, लेकिन सरकार का कहना है कि इसका आम उपभोक्ता पर असर नहीं होगा.
इंडियन ऑयल के मुताबिक उपभोक्ताओं को 14 किलोग्राम वाले नॉन सब्सिडी घरेलू गैस सिलिंडर के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंंगे. एलपीजी सिलिंडर के दाम 25 रुपये बढ़ गए हैं. इसके लिए दिल्ली में 719 रुपये प्रति सिलिंडर, कोलकाता में 745.50 रुपये प्रति सिलिंडर, मुंबई में 710 और चेन्नई में 735 रुपये प्रति सिलिंडर देना होगा.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल लगातार मजबूत हो रहा है, हालांकि भारतीय बॉस्केट के लिए जो कच्चा तेल आता है उस पर अंतरराष्ट्रीय रेट का असर 20-25 दिन बाद दिखता है.
दिल्ली में गुरुवार को पेट्रोल जहां 86.65 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया, तो डीजल 76.83 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया. इसी तरह मुंबई में पेट्रोल 93.20 रुपये और डीजल 83.67 रुपये लीटर, चेन्नै में 89.13 पेट्रोल रुपये और डीजल 82.04 रुपये प्रति लीटर तथा कोलकाता में पेट्रोल 88.01 रुपये और डीजल 80.41 रुपये लीटर हो गया है. नोएडा में पेट्रोल 85.91 रुपये और डीजल 77.24 रुपये लीटर हो गया है.
गौरतलब है कि नए साल में पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने रिकॉर्ड ऊंचाई हासिल की है. इससे महंगाई बढ़ने के आसार दिख रहे हैं. खासकर डीजल के दाम बढ़ने का असर कई सेक्टर पर होता है. इससे किसानों की सिंचाई लागत बढ़ जाती है और माल भाड़ा महंगा हो जाता है. माल भाड़ा महंगा होने से हर तरह की वस्तुओं में महंगाई की आशंका बढ़ जाती है.
गौरतलब है कि वर्ष 2021-22 के बजट में पेट्रोल पर ढाई रुपये प्रति लीटर और डीजल पर चार रुपये प्रति लीटर कृषि सेस लगाने का निर्णय लिया गया है. हालांकि, इस सेस का उपभोक्ताओं को अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कृषि सेस को बढ़ाने के साथ ही बेसिक एक्साइज ड्यूटी और एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के रेट को कम कर दिया गया है.