कोरोनावायरस के कारण लंबे समय तक खेल इवेंट्स का आयोजन नहीं हुआ था. फिर धीरे-धीरे बायो बबल के बीच लीग और टूर्नामेंट्स का आयोजन शुरू हुआ. खेलों की फिर से शुरुआत तो हो चुकी है लेकिन बायो बबल में रहना खिलाड़ियों के आसान नहीं है.
लगातार कोरोना टेस्ट और क्वारंटीन से खिलाड़ियों के शारीरिक औऱ मानसिक सेहत पर असर पड़ता है. भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी कोरोना के बाद थाईलैंड ओपन के साथ मैदान पर वापसी कर रहे हैं. इस बीच भारत के स्टार खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने ट्विटर पर बायो बबल के दौरान लापरवाही से किए जा रहे कोरोना टेस्ट पर सवाल उठाए हैं.
थाईलैंड ओपन में सभी खिलाड़ी बायो बबल में हैं. इस दौरान उन्हें लगातार अपना कोरोना टेस्ट कराना है. टूर्नामेंट 12 तारीख से शुरू हुआ. इससे पहले सभी खिलाड़ी क्वारंटीन में थे. भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने ट्वीट करके बताया कि टूर्नामेंट में जिस तरह से कोरोना टेस्ट किए जा रहे हैं उससे खिलाड़ी चोटिल कर रहे हैं.
उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर की और लिखा, ‘हम मैच के लिए अपना ध्यान रखते हैं, टेस्ट कराने में अपने खून बहाने में नहीं. जबसे मैं आया हूं मैंने चार टेस्ट मैच कराए हैं और मैं नहीं कह सकता इनमें से कोई भी अच्छा अनुभव था. यह स्वीकार नहीं किया जा सकता.’ श्रीकांत ने जो तस्वीरें शेयर की है उसमें खून लगे टिशू पेपर दिख रहे हैं. वहीं एक तस्वीर में श्रीकांत की नाक से खून भी बहता दिख रहा है.