पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में भारतीय टीम के दूसरी पारी में 36 रनों पर समेटने के बाद कहा है कि बल्लेबाजों के लिए इसके लिए दोष नहीं देना चाहिए क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी काफी शानदार थी.
जोश हेजलवुड और पैट कमिंस ने आपस में नौ विकेट बांटकर भारत को टेस्ट मैच की एक पारी में उसके न्यूनतम स्कोर पर समेट दिया. इस मैच में मेजबान टीम ने आठ विकेट से जीत हासिल की.
गावस्कर ने चैनल 7 पर कहा, ‘भारतीय बल्लेबाज जिस तरह से आउट हुए उसके लिए उन्हें दोष नहीं देना चाहिए, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की.’
इससे पहले भारत का टेस्ट की एक पारी में न्यूनतम स्कोर 42 था, जो उसने जून 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था. गावस्कर इस मैच का हिस्सा थे.
गावस्कर ने कहा, ‘जब से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट खेलना शुरू किया है तब से यह उनका सबसे कम टेस्ट स्कोर है, यह देखना अच्छा नहीं है, लेकिन जो टीमें इस तरह की गेंदबाजी का सामना करती उन्हें भी परेशानी होती.’
गावस्कर ने कहा, ‘हो सकता है कि वह 36 पर ऑल आउट नहीं होतीं, लेकिन हो सकता है 72, 80, 90 पर होती. जिस तरह से हेजलवुड और कमिंस ने गेंदबाजी की और मिशेल स्टार्क ने जो शुरुआत की तीन ओवर फेंके वो शानदार थे. इसलिए भारतीय बल्लेबाजों को दोष देना सही नहीं है.’
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान ने भी कहा कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की लाइन और लैंथ बेहतरीन थी, जिसे खेलना बल्लेबाजों के लिए मुश्किल था.
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