उत्तर प्रदेश में निजीकरण के विरोध समेत अन्य मांगों को लेकर कर्मचारी संगठनों ने गुरुरवार को हड़ताल का आह्वान कर दी है। इसमें चीनी मिल, बैंक एवं केंद्रीय श्रमिक संगठनों से जुड़े कर्मचारी गुरुवार को कामकाज बंद कर मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश भर में बैंक कर्मचारियों ने हड़ताल की है। जिसकी वजह से खाताधारकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
बैंकों की हड़ताल का दिखा आंशिक असर, सामान्य रहा कामकाज
लखनऊ में बैंकों का निजीकरण को रोके जाने, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को सुदृढ़ किये जाने, कारपोरेट एनपीए को वसूल करने, नियमित बैंकिंग कामों की आउटसोर्सिंग रोके जाने, बैंक कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना को समाप्त किए जाने, सहकारी बैंक कर्मचारियों समेत सभी बैंक कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ते से जुड़ी पेंशन शुरू किए जाने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बैंकों के कुछ संगठन गुरुवार को हड़ताल पर रहे। हड़ताल के दौरान बैंक कर्मियों ने आंचलिक कार्यालय में स्थित यूनियन कार्यालय व कुछ शाखाओं के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। हालांकि अधिकांश संगठनों के शामिल न होने के कारण हड़ताल का असर व्यापक नहीं रहा। यही कारण रहा कि अधिकांश बैंकों में सामान्य दिनों जैसा ही कामकाज हुआ।
इलाहाबाद बैंक स्टाफ एसोसिएशन के पदाधिकारी भी कुमार बाजपेई ने बताया कि ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन के आवाहन पर गुरुवार को बैंक कर्मी हड़ताल पर रहे। हजरतगंज स्थित इलाहाबाद बैंक के यूनियन कार्यालय पर सुबह इकट्ठा हुआ बैंक कर्मियों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन की। दीप कुमार बाजपेई के मुताबिक हड़ताल में ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन (एआईबीए), बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन हड़ताल में शामिल है।
उधर भारतीय स्टेट बैंक स्टाफ एसोसिएशन के महामंत्री के के सिंह, बैंक ऑफ इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के महामंत्री दिलीप चौहान व पंजाब नेशनल बैंक इंप्लाइज यूनियन यूपी के मंत्री ताहिर अली ने बताया कि ने बताया कि हड़ताल में नेशनल कनफेडरेशन आफ बैंक एम्पलाइज (एनसीबीई), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कंफेडरेशन , एनओबीडब्लू व बीएमएस हड़ताल में शामिल नहीं है।
बलरामपुर में भी निजीकरण के विरोध समेत अन्य मांगों को लेकर कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल का आह्वान किया है। इसमें चीनी मिल, बैंक एवं केंद्रीय श्रमिक संगठनों से जुड़े कर्मचारी गुरुवार को कामकाज बंद कर मांगों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। हड़ताल के कारण बैंक आने वाले खाताधारक परेशान दिखे। आल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन के नेता संजय शुक्ल ने कहाकि केंद्रीय श्रमिक संगठनों से आयोजित कामगारों के राष्ट्रीय सम्मेलन की सात समान मांगों के समर्थन में राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल व अखिल भारतीय बैंक हड़ताल की जा रही है। बैंकों के निजीकरण की कार्यवाही रोकी जाए। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को मजबूत करें।
उन्होंने कहा कि लोन डिलाल्टर्स पर कड़ी कार्रवाई, विशाल कारपोरेअ एनपीए की वसूली, बैंक जमा राशि पर ब्याज दर में वृद्धि, नियमित बैंकिंग कार्यों की आउटसोर्सिंग रोकने, बैंकों में समुचित नई भर्ती की जाए। इसके अलावा बैंक कर्मचारियों की नई पेंशन योजना रद्द किए जाने सहकारी बैंकों समेत सभी बैंकों में डीए से संबद्ध पेंशन लागू करने व सहकारी बैंकों और आरआरबी को पुनर्जीवित और मजबूत किए जाने की मांग शामिल है। बैंक कर्मचारियों ने नगर के वीर विनय चौराहा स्थित इलाहाबाद बैंक के सामने प्रदर्शन कर नारेबाजी की।
सहालग पर हड़ताल की मार : सहालग का दौर शुरू होने से लोगों को नकदी की सख्त जरूरत है। ऐसे में बैंकों में तालाबंदी हो जाने से खाताधारकों को हलकान होना पड़ा। भीड़ से बचने के लिए सुबह बैंक पहुंचे खाताधारकों को उस समय झटका लगा, जब बैंकों में हड़ताल की बात पता चली। पैसा निकालने को एटीएम में पहुंचे, लेकिन वहां भी निराशा ही हाथ लगी।
बैंक, डाकघर, बीएसएनएल में हड़ताल, उपभोक्ता बेहाल
सीतापुर : केंद्रीय कर्मचारी परिसंघ के आह्वान पर बैंक, डाकघर और बीएसएनएल कर्मियों की हड़ताल से उपभोक्ता बेहाल रहे। पैसे जमा करने, निकासी व अन्य कामों से बैंक आए ग्राहकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विकास भवन की इंडियन बैंक शाखा पहुंची हबीबपुर निवासी सरला देवी को जरूरी खर्च के लिए रुपये निकालने थे, कर्मियों की हड़ताल से मायूश होकर जाना पड़ा। रामपुर मथुरा से आई मगनदेवी को भी हड़ताल की जानकारी नहीं थी। बैंक आकर पता चला, तो परेशानी का सामना करना पड़ा। मगन देवी को इलाज के लिए पैसे निकालने थे। खैराबाद इलाके से आई रामरती भी मायूश होकर वापस गई। पंजाब नेशनल बैंक आए सज्जाद को भी परेशानी उठानी पड़ी। डाकघर आने वाले ग्राहकों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ी। जमा निकासी व अन्य काम मे परेशानी हुई। हालांकि हड़ताल में ना शामिल कुछ कर्मी काम करते रहा। बीएसएनएल का कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे। बिल जमा करने वाले परेशान रहे।
ट्रक यूनियन भी हड़ताल पर
ट्रक ऑनर्स ऑपरेटर यूनियन के आह्वान पर ट्रक चालक भी हड़ताल पर रहे। पदाधिकारियों ने ओवरलोडिंग कराने वाले व्यापारियों पर मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की। टोल टैक्स से सम्बंधित मांगे भी उठाई।